छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव सरकार के सुशासन व ‘डबल इंजन’ से आया अच्छा परिणाम, लोकसभा की 11 में से 10 सीटों पर भाजपा ने पाई जीत…मोदी की गारंटी और मुख्यमंत्री साय की मेहनत से भाजपा की जीत…..
●छत्तीसगढ़ उजाला रायपुर●
लोकसभा चुनाव के बेहतरीन परिणाम से स्पष्ट संकेत है कि छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने साय सरकार व मोदी सरकार में भरोसा दिखाया है।इसी विकास की उम्मीद के साथ जनता ने मतदान किया। अपने छह महीने के कार्यकाल में प्रदेश के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री काफी हद तक जनता का भरोसा जीतने में सफल भी रहे।विधानसभा चुनाव के संकल्प-पत्र के कार्यान्वयन का इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहा।जनता से साय सरकार ने जितने भी वादे किए थे उसको शत प्रतिशत पूरा किया।
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने वर्ष 2019 के नौ में से सिर्फ दो सांसदों, दुर्ग के विजय बघेल और राजनांदगांव के संतोष पांडेय, को ही 2024 में अवसर दिया और दोनों ही सफल रहे। भाजपा नेतृत्व ने राज्य और केंद्र में सरकार बनने पर नक्सलवाद के पूर्ण सफाये के साथ ही शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार और ढांचागत सुविधाओं में गुणात्तमक सुधार का वादा किया था।
भाजपा ने इस बार 10 सीटें जीतकर पिछले चुनाव से बड़ी जीत दर्ज करने की है। हालांकि प्रदेश की 2 हॉट सीटों कोरबा और राजनांदगांव में भाजपा और कांग्रेस दोनों का झटका लगा है।पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथ से राजनांदगांव फिसल गया है। वह भाजपा प्रत्याशी और निवर्तमान सांसद संतोष पांडेय से चुनाव हार गए है। कोरबा से भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय की भी हार हुई हैं।यहां से निवर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत ने अपना दबदबा और कांग्रेस की सीट को कायम रखा है। हालांकि दोनों दिग्गज भूपेश बघेल और सरोज पांडेय के हारने का कारण स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं का विरोध रहा।
इस लोकसभा सीट में सीधी टक्कर इन दोनों प्रत्याशियों के बीच ही थी। लोकसभा सीट में कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल के खिलाफ एंटी भूपेश लॉबी थी।
प्रदेश में तीन चरणों में लोकसभा चुनाव हुआ। इन तीन चरणों में जनता ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर भरोसा किया।वैसे इस चुनाव में मुख्यमंत्री साय ने ताबड़तोड़ रैलियां की साथ ही बड़े पैमाने पर जनसभाये भी की।मुख्यमंत्री की सभाओं में जनता की भारी भीड़ का आना कही न कही उनकी सरकार के कामो पर भरोसा जताना भी नजर आ रहा था।इस चुनाव में हर वर्ग के लोगो ने साय सरकार पर भरोसा बता दिया।
कुल मिलाकर एक आदिवासी मुख्यमंत्री की मेहनत रंग लाई।पिछले लोकसभा में भाजपा के पास 9 सीट थी।वही कांग्रेस के पास 2 सीट थी।वही इस लोकसभा में 11 में 10 सीट जीतकर भाजपा ने अपनी मजबूती दिखा दी।इस बेहतरीन परिणाम के जीत का सेहरा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर बंधेगा।मुख्यमंत्री साय ने कम समय मे नक्सलियों के उन्मूलन पर भी बेहतरीन काम किया है।इस बात को लेकर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री साय की पीठ थपथपाई थी।आज के परिणाम में मध्यप्रदेश ओड़िसा के साथ छत्तीसगढ़ में भाजपा मजबूत स्थिति में नजर आ रही है।