प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा बदहाल: संजीवनी 108 ने बीच रास्ते में तोड़ा दम, मरीज को घंटों करना पड़ा इंतजार
छत्तीसगढ़ उजाला
जीपीएम (छत्तीसगढ़ उजाला)। पेंड्रा में संजीवनी 108 वाहन लोगों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। जो गंभीर रूप से बीमार मरीजों को समय पर अस्पताल में पहुंचा कर मरीज के जीवन को बचाती है। अगर संजीवनी 108 बीच रास्ते में ही खराब हो जाए तो मरीज की जान कहीं ना कहीं खतरे में पड़ सकती है।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जिसमें संजीवनी 108 से मरीज को अस्पताल लाया जा रहा था। जहां बीच रास्ते में ही संजीवनी 108 के वाहन का पहिया फट गया। जिसमें अलग से कोई भी पहिया भी नहीं था। जिसमें मरीज और परिजनों को घंटे भर इंतजार करना पड़ा। वहीं बीच रास्ते में दूसरी वाहन का एक घंटे इंतजार के बाद दूसरा वाहन मिला था।
मामला जिले के डोंगरिया गाव का है। जहां पर रहने वाली राम कली पति आनंद चौधरी (उम्र 50 साल) अचानक बीमार हो गई। महिला को सांस लेने में काफी समस्या हो रही थी। साथ ही महिला का पेट लगातार फूल रहा था। जिसके बाद परिजनों ने महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए तत्काल संजीवनी एक्सप्रेस के हॉट लाइन में कॉल करके तत्काल मदद मांगी।
जिसके बाद लगभग 30 से 35 मिनट के बाद 108 संजीवनी एक्सप्रेस एम्बुलेंस डोंगरिया गांव पहुंची और रामकली पति आनंद चौधरी को लेकर डोंगरिया से दुबटिया होते हुए जिला अस्पताल के लिए रवाना हुई। जर्जर हो चुके संजीवनी एक्सप्रेस के टायर दुबटिया और अड़भार के बीच संजीवनी एक्सप्रेस का टायर फट गया।
इधर मरीज की तकलीफ भी बढ़ने लगी और मरीज के परिजन परेशान होते रहे। हालांकि संजीवनी एक्सप्रेस के मौजूद स्टॉप ने तत्काल गाड़ी बिगड़ने की जानकारी अपने कंट्रोल रूम में दी। जिसके बाद एक दूसरी संजीवनी एक्सप्रेस लगभग 1 घंटे बाद मौके पर पहुंची। बिगड़े हुए एम्बुलेंस में महिला मरीज को लेकर जिला अस्पताल के लिए रवाना हुआ। इन सब प्रक्रिया में लगभग एक घंटे का समय लग गया।बहरहाल, इस मामले में कोई भी जवाबदार व्यक्ति की ओर कोई भी प्रतिक्रिया देने को तैयार नही था।