नई दिल्ली । नॉर्दन रेलवे यानी उत्तरी रेलवे में यात्रा करने के लिए घर से निकलने से पहले आपके लिए एक जरूरी सूचना है। उत्तरी रेलवे की तरफ से कहा गया है कि 28 मई से सभी वेंडर सिर्फ और सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट ही लेंगे। जहां कल तक आप ट्रेन से यात्रा के दौरान अक्सर रेलवे स्टेशनों पर खाने-पीने या फिर अन्य आवश्यक सामानों की खरीदारी के बाद दुकानदार को नगद पेमेंट कर दिया करते थे। लेकिन, आज से आप अगर ऑनलाइन पेमेंट नही करेंगे तो आपको स्टेशन पर कोई भी खाने -पीने या अन्य तरह के जरूरत की वस्तुएं नही खरीद पाएंगे। उत्तर रेलवे ने इस बाबत एक निर्देश जारी कर वेंडरों को सिर्फ डिजिटल पेमेंट अपनाने हेतु निर्देश भी जारी किए थे। इसके तहत उत्तर रेलवे के सभी 28 स्टेशनों के वेंडर को अनिवार्य रूप से डिजिटल पेमेंट लेना है और 27 मई तक उन्हें कार्ड स्वाइप मशीन, कईआर कोड जैसे डिजिटल पेमेंट की प्रणाली को अपनाने को कहा गया था। अब नकद भुगतान ले सामानों को बेचना वेंडरों के लिए अपराध माना जाएगा। उत्तर रेलवे का यह निर्देश ऑनलाइन और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की दिशा में जारी किया गया है। हालांकि, कुछ वेंडर इसका विरोध भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि अब तक ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार नकद या फिर ऑनलाइन माध्यम से भुगतान करते थे। लेकिन उत्तर रेलवे के इस आदेश से अब भुगतान प्रक्रिया को 100 प्रतिशत डिजिटल कर दिया गया है, ऐसे में अगर कोई यात्री 5 रुपये की चाय भी पीटा है या फिर पानी की बोतल या फिर नमकीन खरीदता है तो उसे ऑनलाइन ही भुगतान करना होगा। इससे न केवल वेंडरों को बल्कि यात्रियों को भी असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि, कई यात्री स्मार्ट फोन नहीं चलाते हैं, तो कई डिजिटल पेमेंट के माध्यम से अभी भी भुगतान नहीं करते हैं। अब देखना होगा कि उत्तरी रेलवे अधिकारी द्वारा जारी किए गए ये निर्देश यात्रियों को परेशान करते है या उन्हें बेहतर सुविधा प्रदान करते हैं।