बोरवेल में गिरे बच्चे को बचाने के प्रयास जारी, 15 घंटे से अधिक समय से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, अपितु बच्चे तक नहीं पहुंचा जा सका, बोरवेल की गहराई 70 फीट है, अब तक 50 फीट खुदाई की जा चुकी है – प्रतिभा पाल, कलेक्टर
छत्तीसगढ उजाला
रीवा (छत्तीसगढ उजाला)। जनेह थाना क्षेत्र के मनिका गांव में शुक्रवार को बोरवेल में गिरे बच्चे को बचाने के प्रयास जारी है। 15 घंटे से अधिक समय से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन बच्चे तक नहीं पहुंचा जा सका है। ऐसे में अब बोरवेल के पास टनल बनाई जा रही है।
कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि बच्चे को बचाने के प्रयास चल रहे हैं। बोरवेल की गहराई 70 फीट है, अब तक 50 फीट खुदाई की जा चुकी है। कैमरे और एलईडी के माध्यम से जानकारी ली है, उसके अनुसार 45 से 50 फीट की गहराई में बच्चे के फंसे होने की संभावना है। बोरवेल के पास टनल बनाई जा रही है, ताकि बच्चे तक आसानी से पहुंचा जा सके।
देर रात बच्चे को बचाने के लिए बनारस से एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई है। बोरवेल में दोनों ओर से लगभग 40 फीट के गड्ढे बना दिए गए हैं इनके माध्यम से मासूम को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।
पूरी रात चला रेस्क्यू ऑपरेशन
गौरतलब है कि शुक्रवार को 6 वर्षीय मासूम खेलते समय खुले बोरबेल में गिर गया था। जिसकी सूचना पुलिस को दी। वहीं प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया था और रेस्क्यू टीम को बचाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया था। देर रात तक 37 फीट खुदाई होने के बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन टीम बच्चे तक नहीं पहुंच सकी है। पूरी रात चला रेस्क्यू ऑपरेशन, लेकिन बच्चे का सुराग नहीं लग सका। बच्चे के 55 फीट के आसपास फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
बताया गया कि मयंक गेहूं के खेत में अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था। इसी दरमियान वो अचानक फिसलकर बोरवेल में जा गिरा। जिसकी सूचना साथ खेल रहे बच्चों ने मयंक के घर वालों को दी। स्थानीय लोगों और परिजनों के द्वारा तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी गई। फिलहाल बच्चे को सुरक्षित तरीके से बोरवेल से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक बोरवेल 60 फीट गहरा है।