*डीडी नगर रहवासी कॉलोनी में बिना पार्किंग के बन रहे कमर्शियल कांप्लेक्स।* *स्मार्ट सिटी के नाम पर बट्टा लगा रहा नगर निगम रायपुर*
रायपुर छत्तीसगढ़ उजाला/ डीडीनगर यानी दीनदयाल उपाध्याय नगर रायपुर की एक रिहायसी कॉलोनी है। इसे हाउसिंग बोर्ड ने बनाया है।अब यह नगर निगम के हवाले हैं।इस कॉलोनी में आईएएस, आईपीएस, पत्रकार, सरकारी कर्मचारी ज्यादातर निवास करते है।
परंतु यह कॉलोनी अब एक बाजार में तब्दील होती नजर आ रही है जिसके चलते क्षेत्र के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ट्रैफिक जाम की समस्या रोजाना की समस्या बन गई है। लोगों ने घरों पर दुकान निकाल दिया है वहां तक बर्दास्त लायक है पर अब पूरे सड़क किनारे हाउसिंग बोर्ड के बनाया घर को कामर्शियल कांप्लेक्स वह भी बिना पार्किंग सुविधा दिए तब्दील करना क्षेत्र वासियों के लिए समस्या पैदा करना है।नगर निगम के अफसरों की मिलीभगत डीडी नगर में साफ नजर आती है।आवासीय क्षेत्र बहुत जल्द बाजारों में तब्दील हो गया।नियमो की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
डीडी नगर में कंचन अश्व परिसर के सामने हाउसिंग बोर्ड का एक कामर्शियल कंपलेक्स है। जिसमें नीचे कुछ दुकानें और ऊपर क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय है। यह डीडी नगर वासियों के लिए एक छोटा सा शासकीय बनाया हुआ बाजार है। इस शासकीय कंपलेक्स में नीचे पार्किंग बनाई गई है। परंतु बारहों महीना उसमें पानी भरा रहता है।
इस कारण वह उपयोगी नहीं है आने जाने वाले लोग सड़क पर ही अपनी गाड़ियां पार्क करते हैं। जिस वजह से लगे जाम के चलते कई दफा डीडी नगर गार्डन,सेंट्रल स्कूल लिटिल फ्लावर स्कूल, बंजारी नगर, एनआईटी, साइंस कॉलेज जाने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब पासपोर्ट कार्यालय के ठीक सामने ही एक नया कमर्शियल कंपलेक्स निर्माणधीन है। चार मंजिला इस कांप्लेक्स में दर्जनों दुकानें निकाली जा रही है। परंतु सबसे आश्चर्य की बात है कि इस परिसर में पार्किंग की सुविधा नहीं दी गई है। यहां सबसे बड़े आश्चर्य की बात है कि नगर निगम ने हाउसिंग बोर्ड के मकान को पूर्णतः कामर्शियल करने की अनुमति कैसे दे दी वह भी बिना पार्किंग के?
इस संबंध में डीडी नगर निवासी देवेंद्र गुप्ता,अक्षय दीवान, प्रकाश यादव,मनीष लांगे,संजय राट्रे आदि ने बताया कि इसे लेकर क्षेत्रवासियों में बेहद नाराजगी है।लोग एकजुट हो रहे है। इसकी मौखिक शिकायत पार्षद एवं निगम प्रशासन से की है। परंतु अब तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है।ऐसे में यह तय है कि कांप्लेक्स के पूर्ण निर्माण के बाद डीडी नगर क्षेत्र की समस्याएं बढ़ेंगी ही।यह कॉलोनी रहवासी न होकर बाजार बन जायेगा।जिले के कलेक्टर व निगम कमिश्नर को अपने एसी दफ्तरों से बाहर आकर आम जनमानस की समस्याओं की ओर भी देखना चाहिए।शासकीय नियमो का मख़ौल उड़ाया जा रहा है।ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन को आम जनता से कोई सरोकार ही नही है।स्मार्ट सिटी की बदहाल व्यवस्था के जिम्मेदार अफसरों पर कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है।