कबीरधाम (कवर्धा)

*लोहारीडीह में में हुई आगजनी की घटना और रघुनाथ साहू की मृत्यु के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश, कबीरधाम जिले के कलेक्टर व एसपी हटाए गए, साथ ही 23 पुलिसकर्मी लाइन अटैच*

छत्तीसगढ उजाला

 

 

कवर्धा (छत्तीसगढ उजाला)। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कवर्धा जिले के ग्राम लोहारीडीह में में हुई आगजनी की घटना और रघुनाथ साहू की मृत्यु के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। इस घटना के बाद 23 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच के साथ-साथ कबीरधाम जिले के कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को भी बदला है। जांच की जिम्मेदारी अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी निर्भय कुमार साहू को सौंपी है। मुख्यमंत्री ने भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करने की चेतावनी दी है।

पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव रेंज दीपक कुमार झा ने कबीरधाम जिले के लोहाराडीह प्रकरण में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित और 23 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया है। ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर अवैधानिक गिरफ्तारी और विवेचना में गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए गए थे।
आदेश के अनुसार थाना सिंघनपुरी के सहायक उपनिरीक्षक कुमार मंगलम और चौकी बरभांठा (कोतवाली) की महिला आरक्षक अंकिता गुप्ता को निलंबित किया है। दोनों के खिलाफ लगाए गए आरोपों को अत्यंत गंभीर माना गया है।

बीते रविवार को उप सरपंच के घर भीड़ की ओर से आगजनी के बाद पुलिस ने गांव के 69 लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए प्रशांत साहू की बुधवार को हिरासत में मौत हो गई है। ग्रामीणों का आरोप था कि विवेचना के दौरान पुलिस ने अवैध तरीके से गिरफ्तारियां कीं और पूरे मामले में गंभीर लापरवाही बरती गई।

इनकों किया लाइन अटैच
रेंगाखार थाने के निरीक्षक झुमुक लाल सांडिल्य, सहायक उपनिरीक्षक बलदाऊ राम साहू, प्र.आर. पुरानिक दास लहरे, कोमल सिंह मेरावी, दिनेश धुर्वे, बृजलाल मरकाम, पवन कुमार चंद्रवंशी, हरनारायण चेलकर, मन्नू लाल, लाल बहादूर पात्रे, महिला आरक्षक सुनीता मरकाम, आरक्षक बलदेव सिंह मेरावी, राकेश कुमार तिलगाम, माखन लाल मरकाम, फागूराम सैय्याम, सूरज कुमार कुर्रे, विनोद कुमार, नरेन्द्र सिंह, धनेश कुमार नेताम, शिवेन्द्र सिंह ठाकुर, नेम सिंह ध्रुवे, कोमल प्रसाद धुर्वे, और सैनिक मोनीष धुर्वे को लाइन अटैच किया है।

नक्सल ऑपरेशन के पर्यवेक्षण में बदलाव
पुलिस अधीक्षक कबीरधाम द्वारा जारी आदेश में भी संशोधन किया गया है। पहले उप पुलिस अधीक्षक (नक्सल ऑपरेशन) संजय ध्रुव को स/लोहारा, सिंघनपुरी, झलमला, रेंगाखार, कैम्प पंडरीपानी और कोयलारझोरी का पर्यवेक्षण सौंपा गया था। अब इस जिम्मेदारी को संशोधित कर उप पुलिस अधीक्षक कृष्णकुमार चंद्राकर को सौंपा गया है। उन्हें अपने वर्तमान कार्य के साथ-साथ इन थानों और कैंपों के निरीक्षण और पर्यवेक्षण का अतिरिक्त दायित्व दिया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है।

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