बिलासपुर

*शराब दुकान के पास हुई हत्या को लेकर छत्तीसगढ़ के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष का आया बड़ा बयान, कहा- शहर में हो रहे अपराध की बजह है स्थानीय नेताओं की चुप्पी- नीलेश बिस्वास,  प्रदेशाध्यक्ष (NCP)* *रविवार की रात शराब दुकान के पास हुई हत्या के मामले में पुलिस को हत्यारे की शिनाख्त करने में टेढ़ी खीर साबित हो रही, पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज लिए*

*पीड़ित परिवार के प्रति जतायी संवेदना, साथ ही मृतक को प्रभु कामतानाथ अपने श्री चरणों में स्थान दे - नीलेश बिस्वास*

 

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। शहर के पुराना बस स्टैंड के पास शराब पीने के दौरान हुए विवाद में बोतल से युवक के गले में वार कर हत्या के मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष नीलेश बिस्वास ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की, साथ ही मृतक को प्रभु कामतानाथ अपने श्री चरणों में स्थान दे। प्रदेश की न्यायधानी में लगातार बढ़ते अपराध को लेकर श्री बिस्वास ने जिला प्रशासन को जिम्मेदार बता कर घोर निंदा की है।

आए दिन शहर में बढ़ते अपराध चाकू बाजी, हत्याएं युवतियों और महिलाओं के साथ आए दिन रेप को लेकर एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष विश्वास ने वर्तमान सरकार को निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान की भाजपा सरकार दारू बंदी को लेकर चुनावी जुमले कर बहुत माहौल बना रही थी जबकि न्यायधानी बिलासपुर जैसे शांत शहर में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से आए दिन मुख्य चौक चौराहे पर नशेड़ी घूमते रहते हैं जिससे हमारे शहर की माताएं बहने आज सुरक्षित नहीं है। साथ ही शहर में दहशत का माहौल बना रहता है। सरकार बनते ही शहर में चंद दिन के भीतर देर रात शराब खोरी को बंद और गुंडे गर्दी को खत्म करने के बाद लगातार की जा रही थी जो की वही नेता शहर से गायब नजर आते हैं। 150 से ज्यादा बलात्कार और शराब बंदी का विरोध करने वाले नेताओं के जुमले पूरे फैल है। जबकि प्रदेश में अहाता खुलवा कर सरकार जनता का पैसा लूट रही है साथ ही शराब में रेट बड़ा कर क्या साबित कर रही है। शहर में देर रात बीयर बार में शराब परोसना आए दिन अखबारों की सुर्खियां बना रहता है, पुलिस केवल अपना कार्यवाही के नाम पर नम्बर बढ़ा रही है। जबकि कृष्ण जन्माष्टमी के दिन शुष्क दिवस घोषित किया है। नियमानुसार सामयिक सीमा में आबकारी टीम शुष्क दिवस पर स्वयं जाकर शराब दुकान को 10:00 बजे के बाद सील करती है साथ ही अपराध पर अंकुश लगाने हेतु पुलिस प्रशासन की टीम लगातार कांबित गस्त, फ्लैग मार्च करने के बावजूद होता है। फिर भी हत्या हो जाने से जिला प्रशासन का रवैया सुस्त नजर उजागर होता है। जिसका नतीज़ा आपके सामने है।जबकि जिले के हर थाने में प्रतिदिन “चेतना और प्रहार” के नाम पर जन जागरूकता अभियान चला रही है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले हमारे पत्रकारों को फर्जी केस में फंसा कर आवाज को दबाने का भी प्रयास किया जा रहा है। जिसको जनता बखूबी बहुत अच्छे से अब समझ रही है।

अब तक का वर्तमान पुलिस अपडेट –

बिलासपुर शहर के पुराना बस स्टैंड के पास रविवार की रात हुई हत्या के बाद पुलिस हत्यारे की तलाश कर रही है। मौके पर शराबियों की बड़ी संख्या में भीड़ मौजूद थी। इसके अलावा वहां पर अन्य लोग भी मौजूद थे। इनमें हत्यारे की पहचान करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है। पुलिस की टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज लिए हैं। इसमें से एक युवक पर पुलिस का संदेह गहरा है। उसकी तलाश की जा रही है।

मृतक राहुल सिंह (प्रोफाइल फोटो)

एएसपी उमेश कश्यप ने बताया कि रविवार की रात पुराना बस स्टैंड के पास हत्या की सूचना पर एसपी समेत पुलिस की पूरी टीम मौके पर पहुंच गई। साथ ही डाग स्क्वायड को भी बुलाया गया। पुलिस डाग मौके से भागते हुए चंदुआभाठा तक पहुंची। इसके बाद डाग से कोई सुराग नहीं मिला। इधर आसपास के लोगों से भी हत्यारे के संबंध में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी। बताया जाता है कि मौके पर कई लोग मौजूद थे। घटना के बाद वहां पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वहां से लोग जाने लगे थे। इनमें हत्यारे की पहचान मुश्किल आ रही है। अब पुलिस आसपास के सीसीटीवी का फुटेज लेकर हत्यारे की पहचान करने में जुटी है। एक फुटेज में पुलिस को संदिग्ध की तस्वीर मिली है। उसकी तलाश की जा रही है। संदेही के पकड़े जाने पर हत्या के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की बात पुलिस की ओर से कही जा रही है। इसके अलावा मरने वाले युवक के स्वजन और दोस्तों से भी पूछताछ कर जानकारी जुटाई जा रही है। इससे भी पुलिस को हत्यारे के संबंध में जानकारी मिलने की बात कही जा रही है। गौरतलब है कि शहर के चंदुआभाठा निवासी राहुल सिंह चौहान की शराब की बोतल से गला रेतकर हत्या कर दी गई है।

दुकान बंद होने के बाद कोचिए बेच रहे शराब

शहर की शराब दुकानों के आसपास कोचिए सक्रिय हैं। रात 10 बजे शराब दुकान बंद होने के बाद आसपास कोचिए सक्रिय हो जाते हैं। बताया जाता है कि शराब दुकान के कर्मचारियों से मिली भगत कर कोचिए दिन में ही शराब खरीद लेते हैं। दुकान बंद होने के बाद ब्लैक में शराब की बिक्री की जाती है। नशेड़ियों को शराब दुकान के आसपास आसानी से शराब उपलब्ध हो जाती है। इसके कारण पुराना बस स्टैंड समेत शराब दुकानों के आसपास आधी रात तक नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहा है और प्रशासन बेख़बर.?

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