बिलासपुर

27 दिन बाद स्वजन लेकर गए योगेश खांडे का शव किया अंतिम संस्कार, कार्यवाही से स्वजन असंतुष्ट, इसलिए रोक दिया था अंतिम संस्कार

छत्तीसगढ उजाला

 

बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। तखतपुर क्षेत्र के बेलसरी में रहने वाले युवक ने 28 फरवरी की रात अरईबंद मोड़ के पास फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम कराया। इधर स्वजन ने हत्या का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव कर दिया। पीएम के बाद स्वजन ने शव लेने से इन्कार करते हुए हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच करने मांग की। पुलिस की जांच पर संदेह व्यक्त करते हुए स्वजन ने शव का अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया है। घटना के 27 दिन बाद मंगलवार की सुबह स्वजन सिम्स से शव लेकर गए। इसके बाद स्वजन ने युवक का अंतिम संस्कार किया है।

तखतपुर क्षेत्र के ग्राम बेलसरी में रहने वाले योगेश खांडे की लाश गुरुवार 29 की सुबह फांसी के फंदे पर लटकते हुए मिली। इसकी सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम कराया। इधर योगेश के पिता राजू खांडे और मां सरस्वती खांडे ने अपने बेटे की का आरोप लगाया। घटना के बाद स्वजन ने तखतपुर थाने का घेराव कर एक्सपर्ट से पीएम कराने की मांग की। इस पर पुलिस ने शव सिम्स भेज दिया।

इधर स्वजन ने भी एसपी कार्यालय का घेराव किया। एसपी रजनेश सिंह ने मामले की जांच डीएसपी रेंक के अधिकारी से कराने का आश्वासन दिया। मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि योगेश 28 फरवरी को तखतपुर में रहने वाले नरेंद्र ठाकुर के साथ बिलासपुर गया था। इस पर पुलिस ने नरेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जांच के बाद पुलिस ने नरेंद्र को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।

स्वजन ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या की गई है। उन्होंने मामले में एक और युवक के शामिल होने की भी आशंका व्यक्त की, साथ ही आरोपित के मकान पर बुलडोजर चलाने की मांग की। इधर पुलिस जांच में मिले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की बात कह रही है। स्वजन ने पुलिस की जांच को पर्याप्त नहीं मानते हुए अंतिम संस्कार रोक दिया था। घटना के 27 दिन बाद मंगलवार की सुबह स्वजन सिम्स पहुंचे। प्रक्रिया पूरी करने के बाद स्वजन शव लेकर गांव गए। वहां पर युवक का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

मोबाइल बना विवाद का कारण

पुलिस की जांच में पता चला कि योगेश और नरेंद्र बिलासपुर से लौट रहे थे। इस दौरान नरेंद्र ने अपना मोबाइल योगेश को पकड़ा दिया। रास्ते में योगेश के हाथों मोबाइल खो गया। इसका पता चलने पर नरेंद्र से मारपीट की। इसके साथ ही गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की भी धमकी दी। उसकी गाली-गलौज से नरेंद्र आहत था। महज एक मोबाइल के लिए उसके दोस्त ने गाली-गलौज और मारपीट की थी। पुलिस इसे आत्महत्या का कारण मान रही है।

योगेश के स्वजन मंगलवार को शव लेकर चले गए हैं। उसका अंतिम संस्कार गांव में ही कर दिया गया है। मामले में पुलिस की जांच चल रही है। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

हरीशचंद्र टांडेकर
थाना प्रभारी, तखतपुर

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