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पटवारी–RI प्रमोशन “नेटवर्क”पर ACB–EOW का सबसे बड़ा प्रहार: बिलासपुर–सरगुजा सहित दर्जनों ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश, विभाग में मचा हड़कंप

छत्तीसगढ़ के राजस्व तंत्र में पिछले एक वर्ष से चल रही कथित अनियमितताओं और संदिग्ध पदोन्नति लेनदेन की जांच आखिर निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। बुधवार सुबह ACB–EOW ने प्रदेशभर में एक साथ बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू की, जिसने पूरे राजस्व विभाग में सनसनी फैला दी। रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा संभाग के कई जिलों में टीमों ने तड़के समन्वित और योजनाबद्ध दबिश दी, जिसे विभाग के इतिहास की सबसे व्यापक कार्रवाई में से एक माना जा रहा है।

बिलासपुर में 3–4 जगहों पर दबिश, चर्चित परिवार जांच के दायरे में

बिलासपुर संभाग, जो हमेशा से राजस्व गतिविधियों का मुख्य केंद्र रहा है, एक बार फिर एसीबी के निशाने पर है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, शहर में 3 से 4 महत्वपूर्ण ठिकानों पर तड़के ही छापे मारे गए।

इन स्थानों में वह परिवार भी शामिल है जिसके तीन से चार सदस्य पटवारी से R.I. बने हैं। पिछले डेढ़ साल से यह परिवार “पदोन्नति सेटिंग” और आर्थिक लेनदेन के आरोपों को लेकर लगातार चर्चा में रहा है।

एक ही परिवार से जुड़े 3–4 लोग R.I. बने, ससुराल पक्ष के नाम भी शामिल

सूत्र बताते हैं कि जांच के घेरे में आए परिवार के न केवल मुख्य सदस्यों, बल्कि ससुराल पक्ष की दो महिलाएं, जो पटवारी थीं और बाद में R.I. बनीं, उनके नाम भी सवालों के घेरे में हैं। इनके प्रमोशन और कथित आर्थिक सौदों को लेकर लंबे समय से शहर में चर्चाएँ चल रही थीं।

शहर के एक चर्चित और विवादों से घिरे पटवारी का नाम भी इस नेटवर्क में जुड़ने की बात सामने आई है।

भारी राशि लेकर प्रमोशन दिलाने का आरोप, पिछले शासनकाल से खुले धागे

ACB की प्रारंभिक जांच में जो संकेत उभरे हैं, वे भारी भरकम लेनदेन की तरफ इशारा करते हैं। बताया जा रहा है कि पटवारी से R.I. बनने की प्रक्रिया का अधिकांश हिस्सा पिछले शासनकाल में शुरू हुआ था और इसी दौरान कथित “डीलिंग सिस्टम” जोर पकड़ने लगा था।

इन्हीं शिकायतों और सुरागों के आधार पर ACB–EOW ने पूरे नेटवर्क की मैपिंग की और आज की बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया।

प्रदेशभर में 25 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी, दस्तावेज व डिजिटल डेटा जब्त

मिल रही सूचनाओं के अनुसार, आज की संयुक्त कार्रवाई दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर की गई है। रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा के कई स्थानों से महत्वपूर्ण दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डाटा, ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड जब्त किए जा रहे हैं।

कुछ जगहों पर तलाशी की प्रक्रिया अभी भी जारी है।

राजस्व विभाग में खलबली, अगला चरण और बड़ा हो सकता है

इतनी व्यापक दबिश ने पूरे राजस्व विभाग में खलबली मचा दी है। कर्मचारियों और अधिकारियों में चर्चा है कि यह “राजस्व रैकेट के सफाई अभियान” की शुरुआत है।

सूत्र बताते हैं कि प्राथमिक जांच के बाद और भी नाम उजागर हो सकते हैं और अगली फेज में दबिशों का दायरा और बड़ा हो सकता है।


राज्य के राजस्व तंत्र में गहरी पैठ वाली गड़बड़ियों का खुलासा

ACB–EOW की इस मेगा कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया है कि सरकार राजस्व विभाग में जड़ें जमा चुकी अनियमितताओं को खत्म करने के लिए निर्णायक कदम उठा चुकी है। आने वाले दिनों में यह मामला राजस्व विभाग के सबसे बड़े क्लीन-अप ऑपरेशन का रूप ले सकता है।

प्रशांत गौतम

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