शिक्षा

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन
“रक्त दो, आशा दो – एक साथ मिलकर जीवन बचाएं” विषय पर हुआ कार्यक्रम



वर्धा(छत्तीशगढ़ उजाला)-07 अक्टूबर 2025। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में शिक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार 17 सितंबर से 02 अक्टूबर तक आयोजित ‘स्वच्छोत्सव’ कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत 01 अक्टूबर को विश्वविद्यालय परिसर स्थित धन्वंतरि चिकित्सालय में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा द्वारा भगवान धन्वंतरि के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं रक्तदान की शपथ दिलाकर की गई।

इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि रक्तदान एक श्रेष्ठ मानवीय कर्तव्य है, जिससे अनेक लोगों के जीवन में नई आशा का संचार होता है। उन्होंने सभी शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, शोधार्थी और विद्यार्थियों को नियमित रक्तदान के लिए प्रेरित किया।

गौरतलब है कि हर वर्ष 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष का विषय था — “रक्त दो, आशा दो, एक साथ मिलकर जीवन बचाएं।”

शिविर में महात्मा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (कस्तूरबा अस्पताल), सेवाग्राम की विशेषज्ञ टीम ने रक्त संग्रहण का कार्य किया। टीम में ब्लड बैंक अधिकारी डॉ. विभा इंगोले, डॉ. सुष्मिता नायक, डॉ. चैतन्य पालेकर, तकनीशियन तुषार वी. पांडेय, सुशील वाल्के और सचिन देशमुख शामिल रहे।

कार्यक्रम में कुलसचिव क़ादर नवाज़ ख़ान, स्वच्छोत्सव के नोडल अधिकारी डॉ. बालाजी चिरडे, चिकित्सालय के परामर्शदाता डॉ. हेमंत धामट, हिंदी अधिकारी राजेश यादव, सहायक संपादक डॉ. अमित विश्वास, अनुभाग अधिकारी ब्रिजेश पाटील सहित बड़ी संख्या में शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी बी.एस. मिरगे ने किया। शिविर की सफलता में संगीता मालवीय, राजीव पाठक, चैताली भोयर, वैशाली चौहान, विनोद ढगे, पप्पु कुमार, विक्की लांडे, संदीप चन्ने, करण शेर, नितीन शेंडे, पंकज मानकर एवं मनीषा झाडे का विशेष सहयोग रहा।

रक्तदान शिविर में विश्वविद्यालय के अनेक कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए मानवता के इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दिया।

प्रशांत गौतम

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