*शहर में बढ़ते अपराध और घोर लापरवाही को देखते हुए कोतवाली टीआई लाइन हाजिर,* *सिविल लाइन में थाना प्रभारी की मनमानी लूट और मारपीट मामले में जमानती धाराओं पर अपराध दर्ज, एसपी सिंह से पीड़ित ने लगाई न्याय की गुहार*
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बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। दो दिन पहले पुलिस कप्तान ने कोतवाली टीआई विवेक पांडेय की कार्य प्रणाली से नाराज़ होकर लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं रक्षित केंद्र से देवेश सिंह राठौर को कोतवाली थाने का प्रभारी नियुक्त किया गया है। एक तरफ जिले में चेतना अभियान के तहत लगातार पुलिस कप्तान रजनेश सिंह जनता और पुलिस के बीच अभियान “चेतना” चलाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन थाना सिविल लाइन की कार्य शैली पर लगातार शिकायत पर मनमानी कार्यवाही से सिविल लाइन थाना प्रभारी पर एक सवालिया निशान खड़ा करता है।
दरअसल, मामला यह है कि प्रथम बघेल पिता धर्मेन्द्र बघेल (19) जोकि कुदुदण्ड का निवासी है और एक प्राइवेट संस्थान में कार्यरत हैं। बीते दिनांक 02/8/2025 को रात 10 बजे कमल जैन के टेंट हाउस से 20,000/- बीस हजार रुपए लेकर वापस लौट रहा था। तभी सेफर स्कूल के पास इश्वींदर सिंह अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलता है और गाली गलौज करते हुए कहता है कि तू संदीप सोनवानी के यहां काम मत कर जब प्रथम बघेल गाली देने से मना किया तो उसके साथ इश्वींदर सिंह और उसके साथी प्रथम को मार-पीट कर जेब में रखे बीस हजार को छीन लेते हैं। इसके बाद पीड़ित अपने साथ हुई घटना को अपने मालिक संदीप सोनवानी को जानकारी देने के बाद सिविल लाइन थाना में शिकायत दर्ज करवाता है। लेकिन सिविल लाइन टीआई मारपीट कर लूट-पाट की गम्भीर घटना को मामूली धाराओं 296, 115(2), 351(2), 3(5) के तहत मामला दर्ज करने को कहते हैं।
थाना सिविल लाइन पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट पीड़ित घटना के दो दिन बाद पुलिस कप्तान रजनेश सिंह से मुलाकात कर उचित कार्यवाही का निवेदन किया है। जिले में यह पहला मामला सिविल लाइन का नहीं है जो यह चर्चा का विषय है और कई बार सिविल लाइन थाने के मामले सुर्खियों में बने रहते हैं। हालांकि एसपी साहब से मिलने पर पुलिस कप्तान ने उचित कार्यवाही होने की बात कही है अब देखना यह होगा कि पीड़ित के साथ हुई घटना का कब न्याय मिलता है।