*23 कछूओ की मौत पर हुई बवाल अभी थमा नही की, कलपेसरा तालाब में चार कछूए मृत मिले, जांच शुरू* *मन्दिर की सुरक्षा व्यवस्था पर उठने लगे सवाल?*
छत्तीसगढ़ उजाला

रतनपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। बीते दिनों 23 कछूओ की मौत पर हुई बवाल अभी थमा नही की मन्दिर परिसर से लगे कलपेसरा तालाब में मंगलवार की सुबह चार कछूए जाल में फंसे मृत अवस्था मे पाए गए।
गौरतलब है कि धर्म नगरी में बीते कुछ समय से असमाजिक तत्वों के द्वारा लोंगो के आस्थाओं से खिलवाड़ सा किया जा रहा है, इसी तारतम्य में पहले तेईस कछूओ की मौत हुई थी और आज पुनः चार मृत कछुए संदिग्ध परिस्थितियों में मन्दिर परिसर में स्थित कलपेसरा तालाब में पाई गई, जो तरह तरह के सवालों को जन्म दे रही है, उपस्थित लोंगो के अनुसार उक्त तालाब में निकाय द्वारा नौकायान कराया जा रहा था इसी दौरान नाव के पैडल में कछूओ से भरी जाल फंसकर बाहर आ गई, जिसे देखकर निकाय के कर्मचारियों ने अपने अधिकारी सहित वन विभाग को सूचना देकर मौके पर बुलाया था जाल समेत मृत कछूओ को वन विभाग को सौंप दिया, वन विभाग की टीम ने उक्त कछूओ का पंचनामा कर पोस्टमार्टम हेतु कानन पेंडारी भेजकर उच्चाधिकारियों को इस ह्रदय विदारक घटना की जानकारी दी, कार्यवाही के दौरान परिसर रक्षक धीरज दुबे, वन रक्षक–मुलेश जोशी एवं मानस दुबे उपस्थित थे।
मामला संदिग्ध दोषियों को बख्शा नही जाएगा – लबकुश
उक्त मामले में नगरपालिका अध्यक्ष लबकुश कश्यप ने बताया कि यह मामला संदिग्ध है, पहले के हुए 23 कछूओ की मौत के मामले में आरोपियों को बचाने की यह कोई साजिश सी लग रही है,फिलहाल मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई जा रही है वही इस मामले में लिप्त लोंगो को बख्शा नही जाएगा।
मन्दिर की सुरक्षा खतरे में- रमेश शर्मा
श्रीमहन्त रमेश शर्मा”अन्ना” महराज के मुताबित लगातार हो रहे अनहोनी सी घटनाओं को देखने से लगता है कि मन्दिर की सुरक्षा ब्यबस्था में कितनी लापरवाही बरती जा रही है,कुंड के अंदर में कछूओ की अवैध आखेट, मन्दिर परिसर के तालाब में फिर असमाजिक तत्वों द्वारा जाल डालकर कछूओ को मार देना, सोची समझी साजिश सी प्रतीत हो रही है, अगर यही आलम सुरक्षा व्यवस्था की है तो आमजनों के आस्था का यह केंद्र भी सुरक्षित नही है।