हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य करने से पहले ज्योतिषों द्वारा ग्रहों की चाल देखी जाती हैं. यदि शुक्र और गुरु बृहस्पति ग्रह अस्त हो, तो सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं और यदि दोनों ही ग्रह उदय हो तो ज्योतिष विधि अनुसार शुभ मुहूर्त निकाला जाता है. शुक्र ग्रह के अस्त होने के कारण हिंदू धर्म में सभी मांगलिक कार्य रुक जाते हैं और शुक्र ग्रह के उदय होने के बाद ही शुभ मुहूर्त निकाला जाता है. बता दें कि इस समय शुक्र ग्रह अस्त चल रहे हैं, जिससे हिंदू धर्म में होने वाले मांगलिक कार्यों पर रोक लगी हुई है. 2024 में 29 अप्रैल को शुक्र ग्रह के अस्त होने से विवाह संस्कार, मुंडन, सगाई, पूजा, गृह प्रवेश, उपनयन आदि सभी कार्य करने वर्जित होते हैं. शास्त्रों के अनुसार जल्द ही शुक्र ग्रह उदय होने वाले हैं और बंद चल रहे सभी मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे.
शुक्र ग्रह के उदय को लेकर हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री ने लोकल 18 से बात करते हुए कहा कि 29 अप्रैल 2024 को शुक्र ग्रह के अस्त होने के कारण सभी मांगलिक कार्यों पर रोक लग गई थी, लेकिन 7 जुलाई को शुक्र ग्रह उदय हो जाएंगे. जिससे सभी मांगलिक कार्य से रोक हट जाएगी. हिंदू धर्म में शुक्र ग्रह यदि अस्त हो, तो मांगलिक कार्य करने पर दोष लगता है. 7 जुलाई 2024 को शुक्र ग्रह उदय हो जाएंगे. जिससे मांगलिक कार्यों पर लगी रोक हट जाएगी. शुक्र ग्रह 68 दिन अस्त होने के बाद 7 जुलाई को उदय होंगे. ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार शुक्र ग्रह के अस्त होने के साथ मांगलिक कार्य करने से बहुत बड़ा दोष लगता है. यदि कोई व्यक्ति इस दौरान विवाह संस्कार, गृह प्रवेश, बड़े बड़े अनुष्ठान आदि कोई भी मांगलिक कार्य करता है, तो उसको जीवन भर उसके दोष के कारण परेशान रहना पड़ता है.