सुशासन की सरकार में बदहाल बिजली विभाग …. बिजली कटौती के साथ ही महंगी बिजली से जनता हुई त्रस्त….
*सुशासन की सरकार मे सरपल्स बिजली वाला राज्य हुआ अंधकारमय*
छत्तीसगढ़ उजाला रायपुर
छत्तीसगढ़ की सांय सरकार का ऊर्जा विभाग की लचर व्यवस्था को लेकर प्रदेश में अब बाते होने लगी है।बिजली कंपनी के तौरतरीकों को लेकर जनता में भारी नाराजगी दिखने लगी है।इस विभाग में बैठे अफसर विभाग को सही तरीके से संचालित कर पाने में असमर्थ नजर आने लगे है.सरप्लस बिजली वाले राज्य में इतनी बदहाल बिजली व्यवस्था पहले कभी भी नहीं दिखी.कही न कहि इस विभाग से सभी वर्ग जुड़ा हुआ है.वैसे यह विभाग मुख्यमंत्री के पास ही है.कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि हमारी सरकार में भी बिजली व्यवस्था दुरुस्त थी। सुशासन वाली सरकार में बिजली विभाग की ऐसी दुर्दशा हो गयी है.जिससे आम जनता त्रस्त हो चुकी है।कही न कही विद्युत विभाग का संचालन करने वालो को इस विभाग की जानकारी अब तक समझ में ही नहीं आई है.
कुछ लोगो का कहना है कि कमजोर प्रशासक की वजह से बेहतरीन कुशल प्रबंधन नहीं हो पा रहा है.बिजली विभाग को सही नहीं कर पाने की वजह से निकाय व पंचायत चुनाव में भाजपा को भारी झटका लग सकता है.बिजली विभाग की लचर व्यवस्था से मुख्यमत्री की अच्छी छवि ख़राब तो हो ही रही है.वही कांग्रेस जनता के साथ खड़े होकर विरोध करने डट चुकी है.गांव से लेकर शहर तक लोग महँगी बिजली से परेशान है.आम से लेकर खास सभी बिजली की बढ़ी दर से सांय सरकार को कोस रहे है.गांवो में कई घंटे बिजली कटौती की जा रही है।शहर का भी हाल बेहाल है।राजधानी में बार बार बिजली कटौती की जा रही है।एक तरफ मनमाना बिजली बिल भी लोगो को भेजा जा रहा है।वही दिनभर में पांच से सात बार बिजली भी काटी जा रही है।नगरी तो नगरी गाव का हाल बिना बिजली के बेहाल हो गया है।सांय सरकार बिजली विभाग को कब दुरुस्त कर पाएंगे यह कह पाना अब कठिन सा लग रहा है।
आजकल सब जगह अँधेरा छाया रहता है। दिन दोपहर या रातें बेहद कठिन सी लगती हैं। जम्हूरियत का हाल हुआ बेहाल..किससे पूछे इस बेहाली का सवाल…
कवि…. मिश्र जी…
प्रदेश में उद्योग वाले नाराज चल रहे है।बढ़े हुए बिजली के दर को कम करवाने के लिये उद्योग जगत भी संघर्ष करने को मजबूर है।महंगी बिजली से आम जनता त्राहिमाम कर रही है।अफसर वातानुकूलित कक्ष से बाहर आकर काम करने की इच्छाशक्ति खो चुके है।इस मामले में हमने जब सीएसपीडीसीएल के एमडी भीम सिंह कंवर से बात की तो उनका कहना था की मौसम की वजह से यह सब हो रहा है।कहा पर बिजली गोल होने की बात है आप बताइए कहा पर दिक्कत है।एमडी साहब को यही नही पता है कि सारे प्रदेश की बिजली व्यवस्था का बुरा हाल बना हुआ है।महोदय बोलते है कि हम शिकायत आने पर तत्काल व्यवस्था दुरुस्त करते है।बिजली के बुरे हाल का सारा ठीकरा बरसात के मौसम को ही बता दिये।
कुल मिलाकर अंधेरे में जीना जनता की मजबूरी है।बड़े साहबो के बंगलो में तो जनरेटर सहित इनवर्टर की भी व्यवस्था है इनको कोई फर्क नही पड़ता कि जनता कैसे जी रही है।सुशासन की सरकार में बदहाल बिजली विभाग कब दुरुस्त होगा यह देखना कही सपना न बन जाये।