जेल में कैदी और बंदियों से रुपये की मांग करते हुए मारपीट, सहायक जेल अधीक्षक समेत तीन निलंबित
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। सारंगढ़ उप जेल में रुपये की मांग कर कैदियों से मारपीट का मामला सामने आया है। मारपीट से घायल कैदियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कैदियों का वीडियो वायरल होने के बाद केंद्रीय जेल अधीक्षक ने मामले की जांच के बाद सहायक जेल अधीक्षक और दो प्रहरी को निलंबित कर दिया है।
केंद्रीय जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी ने बताया कि सारंगढ़ उप जेल में कैदियों से मारपीट की शिकायत मिली है। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा था। वीडियो सामने आने के बाद सारंगढ़ उप जेल का निरीक्षण किया गया। जेल में बंदियों ने बताया कि प्रहरी महेश्वर हिचामी और टिकेश्वर साहू ने कैदी और बंदियों से रुपये की मांग करते हुए मारपीट की। इसका विरोध करने पर उन्होंने बंदियों और कैदियों से मारपीट की। मारपीट के कारण कुछ बंदियों को गंभीर चोटे आईं हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जांच के बाद जेल अधीक्षक ने सहायक जेल अधीक्षक संदीप कश्यप, प्रहरी महेश्वर हिचामी और टिकेश्वर साहू को निलंबित कर दिया है।
प्रतिबंधित सामान पहुंचाते थे जेल के अंदर
मारपीट का मामला सामने आने के बाद जेल अधीक्षक ने उप जेल का निरीक्षण किया। इस दौरान बंदियों ने बताया कि प्रहरी महेश्वर और टिकेश्वर जेल के अंदर कैदियों तक प्रतिबंधित सामान पहुंचाते थे। इसके लिए दोनों बंदियों और कैदियों से रुपये की मांग करते। इसके साथ ही अन्य कैदियों से रुपये मांगते। इसका विरोध करने पर दोनों गाली-गलौज और मारपीट करते थे।
कैदियों से प्रहरियों द्वारा पैसे मांगे जाने का मामला कोई नया मामला नहीं है। कोई भी ऐसा जेल नहीं है, जहां पर यह सिस्टम ना हो। बिना खर्च किए किसी भी बंदी और कैदी को जेल के अंदर चैन से रहने नहीं दिया जाता है। वहां हर चीज की एक कीमत निर्धारित होती है। जेल से बाहर आने वाले लोग अक्सर इसका खुलासा करते आए हैं, इसके बाद भी इस अवैध सिस्टम पर कोई रोक नहीं लगा सका।