न्यायधानी में ऐसी गर्मी पहली बार तो नहीं, भीषण गर्मी के नाम पर बिजली विभाग इन दिनों आमजन का जीना दूभर, मेंटेनेंस का तमाशा क्यों?
छत्तीसगढ़ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। भीषण गर्मी के नाम पर बिजली विभाग इन दिनों आमजन का जीना दूभर कर दिया है। सूचना न कोई संदेश। जब मन इच्छा तक बिजली गुल कर दे रहे हैं। मेंटेनेंस के नाम पर शहर से लेकर ग्रामीण अंचल में दो से तीन दिन तक अंधेरा किया जा रहा है। नागरिकों में इसे लेकर भारी आक्रोश उपज रहा है।
जिले में जिस तरह से गर्मी पड़ रही है यह पहली बार नहीं है। इस साल अधिकतम तापमान सामान्य से कम है। फिर भी बिजली विभाग मेंटेनेंस के नाम पर अघोषित कटौती कर रहा है। प्रतिदिन अलग-अलग इलाकों में मेंटेनेंस के नाम पर चार से छह घंटे बिजली बंद रखा जा रहा है। तोरवा, सरकंडा, मंगला, तिफरा, सिरगिट्टी से लेकर देवरीखुर्द में पानी की बड़ी समस्या है। पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी होते हुए भी इन क्षेत्रों में बिना किसी सूचना के रोजाना बिजली बंद की जा रही है। मेटेंनेंस को लेकर चल रहे इस तमाशा को लेकर आम नागरिकों में भारी नाराजगी है। तत्काल इसका निराकरण नहीं हुआ तो बिजली विभाग को नागरिक गुस्सेवाला करंट देंगे।
बिजली बंद होने से कई दुकानदार और व्यापारियों को रोजाना नुकसान उठाना पड़ रहा है। खासकर छोटे दुकानदार जिनकी दुकान बिलासपुर के सहारे घर चलता है। तारबाहर चौक में इडली-दोसा की दुकान चलाने वाली अम्मा जी कहती हैं कि बिजली बंद होने से दाल पिसाई नहीं हो पा रही है। सांभर वड़ा की बिक्री खत्म हो गई है। इसी तरह शहर के बड़े दुकानदारों का भी यही हाल है।
शंकर नगर चुचुहियापारा फाटक में गन्ना जूस की दुकान लगाने वाले मोनू भुसनवार का कहना है कि किसी तरह कर्ज लेकर इस साल गन्ना जूस की दुकान डाली, ताकि परिवार की मदद कर सकूं। तोरवा बिजली विभाग द्वारा रोजाना सुबह-दोपहर को कटौती करने से मशीन नहीं चल पाती। इसलिए मुझे प्रतिदिन नुकसान उठाना पड़ रहा है। दो दिन से दुकान नहीं खोल पा रहा हूं।
सरकंडा महामाया चौक स्थित क्रीमी स्पाइसी के संचालक कुंज बिहारी कुशवाहा का कहना है कि बिजली के लगातार बंद होने से बड़ी समस्या हो रही है। केक का आर्डर तक नहीं ले रहा, क्योंकि इसे बनाने के बाद फ्रीज में रखना पड़ता है। बिजली गुल होने से खराब भी हो जाता है। विभाग को इस ओर विचार करना चाहिए। जनप्रतिनिधि भी मौन हैं। किसी को चिंता नहीं है।
यह भी प्रमुख समस्या
1. ग्रामीण अंचल के कई गांव में दो से तीन दिन तक बिजली बंद
2. शुभम विहार में लो वोल्टेज की दिक्कत, दो दिन बाद ठीक हुई
3. बिजली बंद होने से घरों में पानी की सप्लाई पर भी असर हो रहा
4. दिक्कत : बिजली विभाग के कर्मचारी काल तक नहीं उठाते
5. सुबह से बिजली गुल होने से आम दिनचर्या हो रही प्रभावित
6. पेयजल संकट होने से लोगों में आक्रोश तेजी से पनप रहा