दिल्ली में जल संकट को देखते हुए पानी की बर्बादी रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने सख्त कदम उठाया है। पानी बर्बाद करते हुए पकड़े जाने पर दो हजार रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। दिन में दो बार की जगह एक समय ही पानी आपूर्ति करने के निर्णय के बाद दिल्ली सरकार ने पानी की समस्या से निपटने के लिए यह दूसरा बड़ा कदम उठाया है।
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने जल बोर्ड को पानी की बर्बादी रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है। कहा, दिल्ली में प्रचंड गर्मी पड़ रही है, जिससे पानी का उपयोग बढ़ गया है। परंतु, हरियाणा सरकार यमुना में दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं छोड़ रही है, जिस कारण राजधानी के कई हिस्से में जल संकट उत्पन्न हो गया है।
दिल्लीवासियों के लिए जरूरी खबर, दिन में अब दो नहीं; एक बार ही मिलेगा पानी
पाइप के जरिये गाड़ी धोना, पानी की टंकी का ओवरफ्लो होना, घरेलू पानी के कनेक्शन के जरिये व्यावसायिक प्रयोग करना या फिर निर्माण स्थलों पर इस्तेमाल करना पानी की बर्बादी माना जाएगा। इसके लिए दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इस पर नजर रखने के लिए जल बोर्ड के सीईओ को पूरी दिल्ली में 200 टीमें तैनात करने को कहा गया है।
दिल्लीवासियों से की पानी की बर्बादी रोकने की अपील
जल मंत्री ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर दिल्लीवासियों से पानी की बर्बादी रोकने की अपील की थी। कुछ लोग पाइप लाइन से घर में आने वाले पानी से वाहन धोते हैं।
पानी का मोटर चला कर छोड़ देते हैं, जिससे टंकी में पानी ओवरफ्लो होता है। घरेलू कनेक्शन लेकर व्यावसायिक इस्तेमाल करते हैं। निर्माण स्थल पर पेयजल का उपयोग किया जाता है। इससे पानी की समस्या बढ़ रही है।
बिजली और पानी संकट ने बढ़ाईं मुश्किलें
भीषण गर्मी व लू में बिजली और पानी संकट ने दिल्ली वालों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आलम यह कि कई क्षेत्रों में बिजली की एक-एक घंटे की कटौती 24 घंटे में दो से तीन बार हो रही है।
पुरानी दिल्ली के बाड़ा हिंदूराव, फराश खाना, मटिया महल, चांदनी चौक, तुर्कमान गेट, सदर बाजार, बल्लीमारान, करोल बाग और राजेंद्र नगर समेत अन्य इलाकों का हाल ठीक नहीं है। पेयजल का संकट पुरानी दिल्ली के इलाकों में अधिक है।