*अतिक्रमण हटाने पहुंची निगम अमले के साथ से हुई हाथापाई, कब्जा हटाने 78 को नोटिस, 24 घंटे की मोहलत*
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। शहर में अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर निगम के निगमकर्मियों से जम कर हाथापाई। अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर स्थानीय लोगों ने निगमकर्मियों को पीटा बिलासपुर में मंगला बस्ती अतिक्रमण हटाने पहुंची थी नगर निगम की टीम।
शहर की सरकारी जमीन पर बड़े पैमाने पर कब्जा किया जा चुका है। जांच में यह बात सामने भी आ रही है। मालूम हो कि आजाद चौक मंगला से आगे तक की सड़क का चौड़ीकरण किया जाना है, ऐसे में निगम की नापजोख में सरकारी जमीन पर लोगों द्वारा कब्जा करने की बात सामने आया है। ऐसे में सड़क किनारे रहने वाले 46 लोगों को जल्द ही कब्जा हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
बिलासपुर जिले में अतिक्रमण हटाने के दौरान जमकर हंगामा हो गया है। विरोध कर रहे स्थानीय लोगों ने नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी दस्ते पर हमला कर दिया। मंगला पेट्रोल पंप के पास अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई चल रही है। मंगला से भैंसाझार जाने वाली सड़क के लिए अतिक्रमण हटाया जा रहा है। मंगला के आगे भैंसाझार तक सड़क का निर्माण पूरा हो चुका है।
केवल मंगला बस्ती के अंदर एक-दो किलोमीटर का काम बचा हुआ है। मंगला बस्ती में अतिक्रमणकारियों की वजह से कई सालों से सड़क चौड़ीकरण का काम भी रुका हुआ है। नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची थी, जिससे गुस्साए लोगों ने मारपीट कर दी।
इसी तरह गोकुलनगर की सरकारी जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। ऐसे में निगम ने 32 कब्जाधारियों को नोटिस जारी किया है। इस तरह सरकारी जमीन पर कब्जा के कुल 78 मामलों में नोटिस जारी किया गया है, जिन्हें जमीन खाली करने के लिए 24 घंटे की मोहलत दी गई है। कुछ ऐसा ही मामला मंगला के आजाद चौक के पास भी हो रहा है। निगम की जानकारी के मुताबिक क्षेत्र की यातायात व्यवस्था को सही करने के लिए सड़क को चौड़ा करना जरूरी हो गया है। ऐसे में सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन मौके पर सड़क बेहद ही संर्कीण स्थिति पर पहुंच गई है। ऐसे में निगम के भवन शाखा और राजस्व विभाग ने सड़क के लिए नापजोख कराई। इसमें यह बात सामने आया है कि सड़क किनारे बने मकान, दुकान में कुछ हिस्सा सरकारी जमीन भी आ रहा है। साफतौर पर कब्जा कर लिया गया है। नापजोख के बाद ही यहां के 46 कब्जाधारियों को नोटिस थमाकर सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त करने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है। ऐसे में आसपास के रहवासी सकते में आ गए हैं। इसी तरह शनिवार को अधिकारियों के निर्देश में अतिक्रमण विरोधी दस्ता गोकुलनगर पहुंची और वहां पर 32 को नोटिस जारी कर सरकारी जमीन से कब्जा हटाने के निर्देश दिए है। साफ है कि आने वाले दिनों में इन दोनों क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई होने की संभवना है।
आजाद चौक मंगला के पास नोटिस मिलने वालों का कहना है कि नगर निगम बेवजह हमें परेशान कर रही है। सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं किया गया है। यह हमारी जमीन है। वहीं इस नोटिस को लेकर रहवासियों में आक्रोश भी नजर आ रहा है। ऐसे में इस तरह की कार्रवाई का विरोध करने की तैयारी की जा रही है।
गोकुलनगर में जिन्हें नोटिस दिया गया है वे भी इसे गलत बताकर निगम के कार्रवाई की चेतावनी को गलत बता रहे है। उनका कहना है कि यह हमारी जमीन है। जिससे वे भी विरोध का मन बना लिए है। हालांकि निगम ने पुष्टि किया है कि जमीन पर बेजा कब्जा किया गया है। ऐसे में यहां भी कार्रवाई होना तय है।
केंद्रीय जेल के किनारे नाले के बाजू में बने पांच मंजिला मकान से जेल का परिसर पूरी तरह से नजर आ रही है। ऐसे में जेल प्रबंधन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। इसकी जानकारी कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को देकर इस निर्माण को हटाने की बात कही गई है। वहीं संवेदनशील मामले को देखते हुए मकान निर्माणकर्ता को तीन दिन के भीतर मकान की दो मंजिला को तोड़ने का निर्देश दिया गया था। ताकि तेल की सुरक्षा पर किसी भी प्रकार से सेंध न लग सके। वहीं अब इस निर्देश के बाद निर्माणकर्ता धीरे-धीरे ऊपर की दो मंजिल तोड़ने की प्रक्रिया चालू कर चुका है।