शासन ने कई दिनों के बाद की बिलासपुर निगम आयुक्त की पोस्टिंग, कई दिनों तक निकाय मंत्री के शहर में बगैर आयुक्त के चल रहा था काम….
●बिलासपुर छत्तीसगढ़ उजाला●
बिलासपुर नगर निगम में आयुक्त रहे कुणाल दुदावत को सरकार ने कलेक्टर बनाकर भेज तो दिया पर निगम कमिश्नर की पोस्ट में नियुक्ति करना ही भूल गए थे।प्रदेश के दूसरे बड़े शहर बिलासपुर में कई दिनों तक बगैर निगम आयुक्त के ही काम चल रहा था।आज सरकार को शायद इसकी जानकारी मिली होगी।शासन ने आज सात आईएएस की नई पदस्थापना की है।
जिसमे बिलासपुर नगर निगम में अमित कुमार आईएएस की पोस्टिंग का ऑर्डर हुआ है।बिलासपुर नगर निगम स्मार्ट सिटी के लिए चयनित है।न्यायधानी की वजह से भी इसका अपना अलग महत्व है।इस शहर में प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री अरुण साव का भी निवास है।वर्तमान सरकार में नगरीय निकाय मंत्रालय की जिम्मेदारी भी अरुण साव के ऊपर है।उसके बावजूद सरकार को इस शहर के निगम आयुक्त के चयन करने में काफी समय लगना भी अजीब सी बात लगती है।स्मार्ट सिटी वाले शहर में निगम आयुक्त की नियुक्ति नही हो पाना भी बहुत से सवाल खड़े करता है।निकाय मंत्री अरुण साव को लेकर अब आरोप लगने भी शुरू हो गए है।
सत्ता में आते ही सरकार के अति महत्वपूर्ण विभाग को सम्हाल पाने में कई नेता कमजोर साबित हो रहे है।इस बात पर कांग्रेस के नेताओ का कहना है कि अरुण साव हवाहवाई बात तक ही सीमित रह गए।अब तक कोई भी काम बिलासपुर में नजर नही आया है।ऐसे कमजोर नेतृत्व से शहर का विकास हो पाना बहुत कठिन सा लगता है।आखिर एक कमिश्नर की पोस्टिंग करने में इस सरकार को इतना समय लग गया तो आप समझ सकते है कि इस सरकार का काम कैसे चलेगा।
इस मामले में निगम के कुछ पार्षदों का भी कहना है कि निकाय मंत्री अरुण साव दिल्ली यात्रा में मस्त है शहर की बदहाली इनको कही नजर नही आती है।अपने स्वागत के अलावा इनको कुछ और काम भी नही है।अब तो ऐसा लग रहा है जैसे अंधेर नगरी चौपट राजा का हाल बिलासपुर का हो गया है।