वन माफियाओं के हौसले बुलंद, बगैर परमिशन एवं बगैर इजाजत दूसरे की निजी भूमि पर लगी यूकेलिप्टस के 700 पेड़ों को काट डाला, मालिक ने पुलिस से लगाई गुहार
छत्तीसगढ़ उजाला
मनेन्द्रगढ़ (छत्तीसगढ़ उजाला)। जिले के भरतपुर जनपद पंचायत क्षेत्र में वन माफियाओं का हौसला इस कदर बढ़ा हुआ है कि बगैर परमिशन एवं बगैर इजाजत दूसरे की निजी भूमि पर लगी यूकेलिप्टस के 700 पेड़ों को काट डाला।
आपको बता दे की 700 यूकेलिपटस के पेड़ काटने के बारे में मालिक को पता ही नहीं। वही थाना में की शिकायत हालांकि जमीन एवं पेड़ों पर मालिकाना हक रखने वाला भीमसेन गुप्ता को इसकी जानकारी होते ही उसने पुलिस थाना जनकपुर और तहसीलदार भरतपुर से गुहार लगाई है। भीमसेन गुप्ता ने लिखित ज्ञापन पत्र देकर उल्लेख किया है कि जनकपुर थानांतर्गत ग्राम मसौरा में मेरा निजी स्वामित्व की भूमि खसरा नंबर 184/4 रकबा 0.23 हेक्टेयर भूमि में स्वयं के द्वारा लगभग 8 वर्ष पूर्व एक हजार यूकेलिप्टस का पौधा लगाया गया था।
उक्त पौधा वर्तमान में तैयार होकर वृक्ष बन गए थे, लेकिन दिन के उजाले में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा यूकेलिप्टस के लगभग 700 से ज्यादा पेड़ों को काट डाले। भीमसेन गुप्ता ने बताया कि मैं मौके में गया तो मुझे उक्त यूकेलिप्टस के पेड़ों के कटने की जानकारी होते ही पास-पड़ोस में पता किया पर किसी के द्वारा कोई भी जानकारी नहीं दी गई, इसके बाद मेरे द्वारा तुरंत पुलिस थाना जनकपुर एवं तहसील कार्यालय भरतपुर में लिखित सूचना देकर कार्रवाई की मांग की गई है।भरतपुर विकासखंड में वन और राजस्व एरिया में लकड़ी तस्करों के आतंक से फॉरेस्ट विभाग के अफसर व ग्रामीण परेशान हैं।
ग्राम मसौरा का मामला है भीम सेन गुप्ता के जमीन पर लगे लगभग छ सौ से सात सौ निल गिरी के पेड़ों को किसी अज्ञात वयक्ति द्वारा काट दिया गया है उसी के निरक्षण के लिए आया हुऐ और जो पेड़ो को काटा गया है उन सभी पेड़ो को इनके ही स्वामी को सौप दिया जा रहा है और संबंधित वयक्ति की पता साझी की जा रही है जिस के खिलाप छत्तीसगढ़ भू राजस्व की धारा 240 अर्थ दंड लगाने की कार्रवाई की जा रही है।