*पटवारी के नाम से फर्ज़ी हस्ताक्षर कूटरचना कर बेच दिया अपार्टमेंट,* *खरीदार कब्जा लेने के बाद नामांतरण कराने पहुंचा पटवारी कार्यालय, अपनी सील पर दूसरे का हस्ताक्षर देख हैरान रह गए पटवारी*
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। जूना बिलासपुर हल्का पटवारी उमेंद्र राम बंजारे के नाम से फर्ज़ी हस्ताक्षर कर कब्जा प्रमाण पत्र तैयार कर अपार्टमेंट बेच दिया। घटना का पता तब चला जब खरीदार कब्जा लेने के बाद नामांतरण कराने पटवारी कार्यालय पहुंचा। पटवारी ने अपनी सील पर दूसरे का हस्ताक्षर देख हैरान रह गया। दस्तावेज पर दिए नंबर पर काल करने पर किसी ने फोन ही नहीं उठाया। खरीदार की माने तो विक्रेता बाहर रहते हैं। जिससे उन्होंने सौदा किया, तो वह आए और सौदा कर चले गए। पटवारी ने सिटी कोतवाली थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई है।
पटवारी उमेंद्र राम बंजारे ने बताया कि उन्हें इस धोखाधड़ी का पता तब चला जब मकान कल्याण सुंदर अपार्टमेंट के दस्तावेज़ उनके पास नामांतरण के लिए आए। दस्तावेज की जांच में पता चला कि पिंकी मतलानी और उनके पति भरत मतलानी ने अपार्टमेंट साम्ब शिवम पाठक निवासी बैमा को एक करोड़ 44 लाख 80 हजार रुपये में बेचा है। नामांतरण के दस्तावेज व कब्जा पत्र को देखने के बाद पता चला कि सील तो उनका है, लेकिन कब्जा पत्रक में जो हस्ताक्षर है, वह उनका नहीं है। कब्जा पत्र कहां से और किसने बनवाया, जब पटवारी उमेंद्र राम बंजारे ने खरीदार साम्ब शिवम पाठक से पूछा तो पता चला कि यह कब्जा पत्र उन्हें पिंकी व उनके पति भरत मतलानी ने बनाकर दिया है। फर्ज़ी हस्ताक्षर का पता चलने पर पीड़ित ने सिटी कोतवाली पहुंचकर फर्ज़ी हस्ताक्षर से कब्जा पत्र बनाने की शिकायत की है। मामले में पुलिस जांच के बाद अपराध दर्ज करने का हवाला दे रही है।
पटवारी उमेंद्र राम बंजारे ने धोखाधड़ी की जानकारी लगते ही मामले की सच्चाई जानने के लिए पिंकी मतलानी व उनके पति भरत मतलानी के दोनों मोबाइल नंबरों पर फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। दोनों तक संपर्क न होने पर पीड़ित ने लिखे पते पर पता तलाश कराया, लेकिन विक्रेता पिंकी व उनके पति का पता नहीं चला।
पटवारी ने घटना का पता चलते ही तहसीलदार व अन्य अधिकारियों को इस मामले से अवगत कराया और उनके निर्देश पर सिटी कोतवाली थाने पहुंचे। पटवारी उमेंद्र राम बंजारे ने पुलिस से दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने और फर्ज़ीवाड़े का खुलासा करने की मांग की है। वहीं पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फर्जी हस्ताक्षर कर कब्जा पत्र बनाने का मामला गंभीर है। यह पहला मामला सामने आया है। ऐसे और मामले न हो इसके लिए पटवारियों को तत्काल थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराने निर्देशित किया है। पुलिस मामले में आगे की जांच कर राजफाश करेगी।
मुकेश देवांगन, तहसीलदार बिलासपुर