पटना। राज्य में भीषण गर्मी को देखते हुए सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के बेहोश और बीमार होने की घटनाओं के बाद स्कूलों में आठ जून तक के लिए छुट्टियां घोषित की गई हैं। विद्यार्थियों की छुट्टी के बाद अब बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शिक्षकों की छुट्टियों की मांग उठाई है। अंतिम चरण के मतदान के पहले यह तेजस्वी का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है।
तेजस्वी ने उठाई शिक्षकों की छुट्टी की मांग
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में एनडीए सरकार की हठधर्मिता के कारण भीषण गर्मी में विद्यालय खोलने से छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की मौत की खबर है। विपक्ष के दबाव में एक दिन पहले स्कूल बंद किए लेकिन फिर भी इस जानलेवा गर्मी में शिक्षकों को स्कूल आने के कड़े निर्देश दिए गए है। जब छात्र ही स्कूल में नहीं रहेंगे तो शिक्षक क्या करेंगे? इस भीषण गर्मी में शिक्षकों को अवश्य ही छुट्टी देनी चाहिए।
मंत्रिमंडल के लोग खुद AC में मजे कर रहे लेकिन शिक्षक…
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार शिक्षकों के प्रति ऐसे अमानवीय निर्णय क्यों ले रही है? यह समझ से परे है। मुख्यमंत्री सहित पूरा मंत्रिमंडल वातानुकूलित कमरों में आराम फरमा रहा है परंतु शिक्षकों की जान लेने पर आमादा है। उन्होंने शिक्षकों को भी छुट्टी देने की मांग उठाई है। इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने बिहार में भीषण गर्मी और लू से हुई 55 से अधिक मौतों पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की और कहा कि मृतकों में छात्र-छात्राएं, शिक्षक, आमजन और मतदानकर्मी है। उन्हें वे भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना है कि ईश्वर पीडि़त परिवारों को शांति प्रदान करें!