अमेरिका के विदेश विभाग का कहना है कि मौजूदा युद्धविराम समझौता इतना प्रभावी है कि इससे भविष्य में इस्राइल पर 7 अक्तूबर जैसा हमला नहीं होगा और इससे इस्राइल की सुरक्षा भी पुख्ता होगी और इस्राइल की उत्तरी सीमा भी सुरक्षित होगी।इस्राइल और हमास के बीच पूर्ण युद्धविराम की कोशिशें तेज हो गई हैं और दोनों पक्षों से इसे लेकर बातचीत चल रही है। इसी मुद्दे पर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इन दिनों पश्चिम एशियाई देशों के दौरे पर हैं। सोमवार को एंटनी ब्लिंकन ने इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। इस मुलाकात में बंधक प्रस्ताव और गाजा में मानवीय मदद पहुंचाने के मुद्दे पर बातचीत हुई।अमेरिका के विदेश विभाग ने बयान जारी कर बताया कि 'विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से यरूशलम में मुलाकात की। विदेश मंत्री ने बताया कि अमेरिका और अन्य वैश्विक नेता राष्ट्रपति बाइडन द्वारा तैयार कराए गए शांति प्रस्ताव के समर्थन में हैं और इस प्रस्ताव से गाजा में शांति आ सकती है। इस शांति समझौते के तहत हमास सभी बंधकों को रिहा करेगा और गाजा में मानवीय मदद पहुंचाने का भी रास्ता साफ होगा।'
युद्धविराम के लिए पश्चिम एशिया के दौरे पर हैं ब्लिंकन
गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस्राइल-हमास के बीच युद्धविराम के लिए युद्धविराम प्रस्ताव तैयार कराया है। इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भी पेश किया गया, जहां से उसे 14-0 के मुकाबले से मंजूरी मिल गई। रूस ने इस वोटिंग से खुद को दूर रखा और बाकी अन्य देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। बाइडन ने दावा किया है कि इस्राइल ने भी इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इस युद्धविराम पर चर्चा के लिए एंटनी ब्लिंकन इन दिनों पश्चिम एशिया के दौरे पर हैं। इस्राइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से ब्लिंकन का यह पश्चिम एशिया का सातवां दौरा है। इस दौरे में ब्लिंकन 10-12 जून तक मिस्त्र, इस्राइल, जॉर्डन और कतर का दौरा करेंगे और युद्धविराम प्रस्ताव को लेकर चर्चा करेंगे।