रिश्ते में हैं रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल होंगे टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन
छत्तीसगढ उजाला
नई दिल्ली (छत्तीसगढ उजाला)। देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार की रात निधन हो गया। जिसके बाद अब टाटा ट्रस्ट की बैठक में उनके भाई नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। ट्रस्ट के पदाधिकारियों की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया। रतन टाटा के सौतेल भाई नोएल टाटा, टाटा समूह के प्रमुख व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने टाटा ग्रुप की कई कंपनियों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। वह वर्तमान में ट्रेंट, टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड और वोल्टास लिमिटेड सहित कई कंपिनयों के अध्यक्ष है। नोएल टाटा 2000 से टाटा समूह की कंपनियों के साथ जुड़े, उन्होंने टाटा स्टील लिमिटेड और टाइटन कंपनी के उपाध्यक्ष के रूप में काम किया। समूह में शामिल होने के बाद से समूह के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। टाटा ट्रस्ट जो टाटा संस में 65.3 प्रतिशत हिस्सेदारी रखते हैं, दो प्राथमिक ट्रस्ट्स सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और टाटा ट्रस्ट से मिलकर बना है। इन संस्थाओं के पास मिलकर टाटा संस में 50 प्रतिशत से अधिक का अधिकार रखते हैं। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कंपनी का कारोबार 500 मिलियन डॉलर से बढ़ाकर 3 बिलियन डॉलर से अधिक कर दिया। उन्होंने पहले ट्रेंट लिमिटेड का भी प्रबंधन किया, जिसमें एक स्टोर से बढ़ाकर मौजूदा समय में 700 स्टोर से अधिक तक पहुंचा दिया है। यूके के ससेक्स विश्विद्यालय से स्नातक उन्होंने आईएनएसईएडी से अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी पाठयक्रम पूरा किया है। वे नवल एच.टाटा और सिमोन एन. टाटा के पुत्र हैं।
कौन हैं नोएल टाटा
नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं। दरअसल रतन टाटा के पिता नवल टाटा ने दो शादियां की थीं। नवल टाटा ने पहली शादी सूनी टाटा से की थी, जिनसे उनके दो बेटे रतन टाटा और जिम्मी टाटा हुए। सूनी टाटा से तलाक के बाद नवल टाटा ने स्विट्जरलैंड की एक बिजनेसवमेन सिमोन से साल 1955 में दूसरी शादी की। नवल टाटा और सिमोन टाटा के बेटे ही नोएल टाटा हैं। नोएल 40 वर्षों से टाटा समूह से जुड़े हुए हैं और मौजूदा समय में टाटा समूह की कई कंपनियों के बोर्ड में कार्यरत हैं। नोएल टाटा टाटा समूह की कंपनियों के निदेशक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वह वोल्टास लिमिटेड, टाइटन इंडस्ट्रीज लिमिटेड, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन और बॉम्बे चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री सहित विभिन्न टाटा कंपनियों के निदेशक हैं। उन्होंने ट्रेंट, नेस्ले यूके और टाटा एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (अब टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड) के लिए भी काम किया है।
नोएल टाटा की शादी आलू मिस्त्री से हुई है, जो टाटा संस में सबसे बड़े एकल शेयरधारक और साइरस मिस्त्री के पिता पालोनजी मिस्त्री की बेटी हैं। दंपति की तीन संतान हैं, जिनमें लीह टाटा, माया टाटा और नेवाइल टाटा शामिल हैं। नोएल टाटा की बेटी लीह टाटा भी टाटा समूह में अपनी पहचान बना रही हैं। स्पेन में प्रतिष्ठित IE बिजनेस स्कूल में मार्केटिंग में अपनी मास्टर डिग्री पूरी की और फिलहाल टाटा समूह के साथ काम कर रही हैं। लीह ने 2006 में ताज होटल्स रिसॉर्ट्स एंड पैलेसेस में सहायक बिक्री प्रबंधक के रूप में अपनी पेशेवर यात्रा शुरू की। पिछले कुछ वर्षों में, वह रैंक में ऊपर उठती गई हैं और वर्तमान में ताज होटल्स में विकास और विस्तार के प्रबंधक के रूप में कार्य करती हैं।
टाटा ट्रस्ट्स
वित्त वर्ष 2022-23 में टाटा ट्रस्ट ने विभिन्न कार्यों के लिए योगदान दिया है जिसमें कुल 581.52 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया है। यह फंडिंग मुख्य रूप से दो ट्रस्टों के जरिए की गई है जिसमें सर रतन टाटा ट्रस्ट, जिसने 456.42 करोड़ रुपये योगदान दिया और सद दोराबजी टाटा ट्रस्ट , जिसने 125.10 करोड़ रुपये का वितरण किया। टाटा संस में टाटा ट्रस्ट्स की हिस्सेदारी 66 प्रतिशत, शापुरजी पालोनजी की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत, टाटा ग्रुप फर्मस की 13 प्रतिशत और टाटा परिवार तथा अन्य की हिस्सेदारी 3 प्रतिशत की है।
ट्रस्ट के बोर्ड में टाटा ट्रस्ट्स की प्रशासनिक संरचना के प्रमुख व्यक्ति
सर रतन टाटा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष विजय सिंह, उपाध्यक्ष वेणु श्रीनिवासन इसके साथ ही जे एन टाटा, नोएल टाटा, जहांगीर एच सी जहांगीर, मेहली मिस्त्री, डेरियम खम्बाटा मुख्य है। वहीं सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के सदस्यों में उपाध्यक्ष विजय सिंह, उपाध्यक्ष वेणु श्रीनिवासन के साथ प्रमिल झावेरी, नोएल एन टाटा, मेहली मिस्त्री, डेरियम खम्बाटा मुख्य हैं।