रेलवे कैशलेस सुविधा को दे रही है बढ़ावा, अब जनरल टिकट काउंटर पर आनलाइन पेमेंट करने की सुविधा प्रारंभ
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। अब जोनल स्टेशन जनरल टिकट काउंटर में चिल्हर की झंझट रहेगी और न यात्री व रेलकर्मी के बीच विवाद होगा। रेल प्रशासन ने इस समस्या का समाधान कर दिया है। यात्री जनरल टिकट खरीदकर किराए का भुगतान आनलाइन कर सकते हैं। प्रयोग के तौर पर बुधवार से काउंटर क्रमांक सात पर क्रिस क्यूआर डिवाइस लगाया गया है। यात्रियों को केवल क्यूआर कोड पर स्केन करना होगा। भुगतान होने के बाद ही प्रिंटर से टिकट प्रिंट होकर निकलेगा।
रेलवे कैशलेस सुविधा को बढ़ावा दे रही है। पार्सल से लेकर आरक्षण केंद्र में आनलाइन भुगतान की व्यवस्था की गई है। यहां तक स्टेशन में संचालित स्टाल व अन्य फूड यूनिट में सामान खरीदकर यात्री आनलाइन पेमेंट कर सकते हैं। लेकिन, जनरल टिकट काउंटर ऐसी जगह थी, जहां यात्रियों को जनरल टिकट खरीदने के बाद किराया नकद देना पड़ता था। लेनदेन नकद होने की वजह से अक्सर चिल्हर को लेकर दिक्कत आती थी। कई बार तो स्टाफ व यात्रियों के बीच विवाद भी हो जाता था। आनलाइन भुगतान सुविधा नहीं होने के कारण यात्री रेलकर्मी का खरीखोंटी भी सुनाते थे। रेल प्रशासन के ध्यान में जनरल टिकट काउंटर की यह दिक्कत थी। इसका समाधान कर आनलाइन भुगतान की व्यवस्था करने में रेलवे जुटी हुई थी। अब जाकर यह व्यवस्था कर ली गई है। हालांकि अभी ट्रायल के तौर पर केवल एक ही काउंटर पर क्रिस क्यूआर डिवाइस लगाया गया है। दो दिन की इस सुविधा में यात्रियों को बड़ी राहत भी मिली है। वर्तमान में इस काउंटर से उन्हीं यात्रियों को जनरल टिकट जारी किया जा रहा है, जो किराए का भुगतान आनलाइन करना चाहते हैं।
काउंटर क्रमांक सात पर आनलाइन भुगतान सुविधा शुरू होने से यात्रियों को राहत मिली है। इस सुविधा का लाभ लेने के लिए यात्रियों काउंटर पर जाकर जिस जगह के लिए जनरल टिकट चाहिए, वह बताना होगा। एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेन की जानकारी भी देनी होगी। इसके बाद काउंटर पर बैठा कर्मचारी सिस्टम में दिए प्रारुप को भरकर टिकट बनाएगा। इसके बाद पेमेंट के विकल्प में जाकर क्यू का बटन दबाना होगा। जब यह प्रक्रिया हो जाएगी, उसके बाद यात्री को क्यूआर में स्केन कर भुगतान करना होगा। भुगतान के बाद जैसे ही यात्री मोबाइल पर भुगतान दिखाएगा रेलकर्मी प्रिंट का बटन दबा देंगे। भुगतान की जानकारी आटोमेटिक सिस्टम में आ जाएगी। यदि भुगतान नहीं हुआ है, तब टिकट का प्रिंट नहीं निकलेगा।
सिस्टम में जुड़ा क्यू का आप्सन
जनरल टिकट काउंटर में भुगतान पहले दो तरह से होती थी। एक सी और दूसरा यूपीआई। सी का मतलब होता कैश । यूपीआई से आनलाइन भुगतान हो जाता था। लेकिन, यह प्रक्रिया थोड़ी लंबी थी। जिसके चलते कम यात्री इसका उपयोग करते थे। अब क्यूआर के रूपे में तीसरा विकल्प भी सिस्टम में अपडेट होगा। इसके जरिए भुगतान करना सबसे सरल है। समय की बचत भी होगी।
जल्द सभी काउंटर में सुविधा
रेलवे ने अभी प्रयोग के तौर पर केवल एक काउंटर में क्यूआर की सुविधा शुरू की है। धीरे- धीरे सभी काउंटर और अन्य स्टेशनों के जनरल टिकट काउंटर में भी इस क्यूआर डिवाइस की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।