●सियासत●
रायपुर छत्तीसगढ़ उजाला● अयोध्या में रामलला के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का समय निकट आने के साथ साथ धर्म अध्यात्म, भक्ति संगीत और राजनीति में भी एक ही नाम गूंज रहा है- जय श्री राम। भारत में पुरातन मान्यता है कि राजनीति धर्म नियंत्रित होना चाहिए। मर्यादा पुरुषोत्तम राम तो इस अवधारणा के प्रवर्तक हैं। धर्म आधारित राजनीति के अधिष्ठाता राम ही हैं। जब 500 साल के सनातनी संघर्ष के बाद रामलला अपनी जन्मभूमि पर निर्मित मंदिर में विराजमान हो रहे हैं तो राजनीति की नदी में भी हिलोरें उठ रही हैं। भाजपा और उसके संगी साथी राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट वाले अंदाज में तरह तरह के यत्न कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस में सियासी मातम छाया हुआ है। उसके पुराने लोग भी मंदिर कार्यक्रम में मीन मेख निकालने से नाराज हैं। कांग्रेस पहले ही मंदिर मामले को लेकर भारी नुकसान उठा चुकी है लेकिन जिद है कि हम नहीं सुधरेंगे! जब देश के मुसलमान इस आयोजन को लेकर उत्साहित हैं तो कांग्रेस को पता नहीं क्या हो गया है? ऐसे दौर में भाजपा से जुड़े छत्तीसगढ़ के राम भक्तों ने 500 साल के संघर्ष पर आधारित एक फिल्म का निर्माण किया है।
शदाणी फिल्म्स ने सिल्वर स्क्रीन पर ऐतिहासिक हकीकत दिखाने के लिए, भारत की अस्मिता और सनातन संस्कृति के पांच सौ साल के संघर्ष की पूर्णाहुति के स्वरूप 22 जनवरी 2024 को राम जन्मभूमि पर अयोध्या में निर्मित भव्य मंदिर में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के विराजमान होने के सनातनी इतिहास के इस गौरवशाली क्षण के पूर्व सनातनी संघर्ष के इतिहास को समेटे फिल्म “695” तैयार की है।
धर्म, अध्यात्म, राजनीति, कला, संस्कृति, साहित्य जगत की विभूतियों की तारीफ इस फिल्म को मिल रही है। फिल्म 695 में रामजन्म भूमि की संघर्ष गाथा का जीवंत चित्रण है। फिल्म के निर्माता श्याम चावला ने भारत के ऐतिहासिक सत्य पर आधारित इस फिल्म को रामजन्म भूमि आंदोलन की तीन महत्वपूर्ण घटनाओं को जोड़कर बनाया है। छत्तीसगढ़ के राम भक्तों के लिए यह प्रसन्नता का विषय है कि 695 का ट्रेलर न्यूयार्क के टाइम्स स्क्वेयर चौक पर चलाया गया। इस फिल्म को लेकर काफ़ी उत्साह है। यह ट्रेलर ट्विटर पर पहले नंबर पर ट्रेंड हुआ। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस फ़िल्म के लिए छत्तीसगढ़ के रामभक्तों को बधाई देते हुए उनका अभिनंदन किया है। साय ने ट्वीट करते हुए कहा कि श्रीराम जन्मभूमि के अतीत और असंख्य रामभक्तों के 500 वर्षों के संघर्ष की कहानी को दर्शाती फ़िल्म 695 का यह शानदार ट्रेलर अद्भुत है। यह सनातनियों के बलिदान की सच्ची गाथा है। यह फ़िल्म श्रीराम मंदिर के निर्माण के इतिहास के बारे में सत्यता से अवगत कराती है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि इस फ़िल्म का निर्माण छत्तीसगढ़ के रामभक्तों ने किया है। संघर्ष की इस कहानी को साहस के साथ प्रस्तुत करने के लिए मेरी तरफ से फ़िल्म की पूरी टीम को हृदय से बधाई। सभी से आग्रह है कि यह फ़िल्म अवश्य देखें।
इस फ़िल्म का ट्रेलर लंबे समय तक ट्विटर पर पहले नंबर पर ट्रेंड करने में सफल रहा। इस फ़िल्म को लेकर सबसे कम समय में 15 हज़ार से ज़्यादा ट्वीट किए गए जिसमें अब तक मुख्यमंत्री श्री साय के साथ ही विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग, छत्तीसगढ़ के विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक समेत अनेक दिग्गजों ने ट्वीट कर फ़िल्म देखने की अपील की है।फ़िल्म के चैरिटी शो के लिए काफ़ी संख्या में संस्थाओं ने अपनी रुचि दिखाते हुए बेहद उत्साह प्रदर्शित किया है। 19 जनवरी को फ़िल्म का चैरिटी शो विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के तत्वावधान में होगा। कुल मिलाकर राजनीति के बयानों के बीच छत्तीसगढ़ में पूरा माहौल राममय है और लोगों को कारसेवा के समय की एक एक स्मृति जीवंत हो गई है।