*सियासत* *●महिलाओं को पहले पिछला हिसाब दे कांग्रेस……..●* *●महतारी वंदन से इंकार, गृह लक्ष्मी की जय जयकार………●*
●सियासत●
(अनिल मिश्रा)*
रायपुर● छत्तीसगढ़ उजाला●। छत्तीसगढ़ में सभी विवाहित महिलाओं को महतारी वंदन योजना लाकर 12 हजार रुपये सालाना देने का वादा घोषणा पत्र में करने वाली भाजपा को इस पर ऐतराज है कि अपने घोषणा पत्र में महिलाओं को इस तरह की कोई सम्मान निधि का उल्लेख न करने वाली कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लक्ष्मी पूजा के अवसर पर घोषणा कर दी कि सरकार बनने पर कांग्रेस महिलाओं को 15000 रुपये सालाना देगी। कांग्रेस की सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ गृह लक्ष्मी योजना संचालित करेंगे। जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस घोषणा के एक रोज पहले कांग्रेस घोषणा पत्र समिति के प्रमुख मोहम्मद अकबर कांग्रेस के दफ्तर में मीडिया की बाकायदा महफिल सजाकर ऐलान कर चुके थे कि छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन नाम की कोई योजना नहीं है। फॉर्म भरवाकर भ्रमित किया जा रहा है। भाजपा ने फौरन साफ कर दिया था कि यह हमारी योजना है, मोदी की गारंटी है।
छत्तीसगढ़ में सरकार बनने पर हर घर की सभी विवाहित महिलाओं को सालाना 12 हजार रुपये देंगे। भाजपा ने महतारी वंदन को अपने घोषणा पत्र में स्थान देकर इसे मोदी गारंटी बताया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद छत्तीसगढ़ की जनता से बार बार कह रहे हैं कि मोदी की गारंटी मतलब हर गारंटी पूरी होने की गारंटी। महतारी वंदन के भाजपाई वादे का असर इससे समझा जा सकता है कि पहले तो कांग्रेस घोषणा पत्र समिति के मुखिया अकबर ने इस मामले में सकारात्मक संकेत नहीं दिए। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दीपावली के दिन महिलाओं को भाजपा से 3 हजार रुपये ज्यादा सालाना राशि का चुनावी ऑफर दे दिया। अब भाजपा 2018 की याद दिला रही है।
इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए घोषणा कर दी कि कांग्रेस की सरकार बनने पर सभी महिलाओं को 15,000 रुपये सालाना देगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि देवारी के शुभ दिन पर हम अपनी माताओं एवं बहनों को और समृद्ध और सक्षम देखना चाहते हैं। इसलिये आज देवारी के शुभ अवसर पर मैं यह घोषणा करता हूं कि आप कांग्रेस को वोट दीजिये, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनाईये हम छत्तीसगढ़ गृह लक्ष्मी योजना लाँच करेंगे जिसके तहत हम 15,000 रुपये प्रति वर्ष प्रत्येक महिला को देंगे। उन्होंने कहा कि सभी माताओं और बहनों से बोलना चाहता हूं कि आपको कहीं लाइन में लगने की जरूरत नहीं है, न ही कोई फॉर्म भरने की जरूरत है। कांग्रेस की सरकार बनवाओ, सरकार खुद सर्वे करायेगी आपके घर। सब ऑनलाइन रहेगा और सीधे खाते में पैसा आयेगा। कोई लाइन में लगने की जरूरत नहीं है। मतलब यहां भी पहले कांग्रेस की सरकार बनाओ, फिर सर्वे होगा। अचानक भूपेश बघेल को गृह लक्ष्मी कैसे याद आ गई, यह भी एक राजनीतिक चर्चा का मुद्दा है।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सांसद अरुण साव का कहना है कि आनन-फानन में की गयी घोषणा बताती है कि भाजपा पर छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों और बेटियों के बढ़ते भरोसे से भूपेश बघेल घबरा गए हैं और उन्होंने हार स्वीकार कर ली है। साव कह रहे हैं कि प्रथम चरण के मतदान के बाद मुख्यमंत्री बघेल की माता-बहनों के लिए की गई घोषणा से यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस हार मान चुकी है और हार की हताशा में इस प्रकार की घोषणा की गई है। छत्तीसगढ़ की माता और बहनों को मुख्यमंत्री बघेल ने 5 साल केवल ठगने का काम किया है, धोखा देने का काम किया है। चाहे शराबबंदी के वादा हो या महिला स्व सहायता समूह के बहनों को बेरोजगार करने का मामला हो या विधवा बहनों को धोखा देने का मामला हो, लगातार माता-बहनों को धोखा देने का काम भूपेश बघेल की सरकार ने किया है और अब चुनाव के प्रथम चरण के बाद इस प्रकार की घोषणा बता रही है कि कांग्रेस ने हार मान ली है और फिर से छत्तीसगढ़ की माता-बहनों को धोखा देने के लिए इस तरह की घोषणा की है।
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस और भूपेश चाहे जितनी फर्जी घोषणाएँ कर लें, लेकिन छत्तीसगढ़ की माताएँ-बहनें राज्य से भूपेश बघेल की सरकार से छुटकारा पाना और कमल खिलाना तय कर चुकी हैं। मतदान से कुछ चार-पाँच दिन पहले की गई इस गृह लक्ष्मी योजना का निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी को कोई लाभ नहीं मिलेगा। अब भाजपा यह सवाल भी तो उठा सकती है कि भूपेश बघेल किस हैसियत से घोषणा पत्र के अतिरिक्त घोषणा कर रहे हैं। जबकि वे न तो कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा हैं, न घोषणा पत्र समिति को सुपरसीड करने का अधिकार उन्हें कांग्रेस ने दिया है और न ही उनके पास कांग्रेस संगठन में कोई विशेषाधिकार है। जब कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है तो क्या बाकी नेता भी घोषणाएं नहीं करेंगे?