परीक्षार्थियों का नामांकन शुरू
भोपाल । प्रदेश में नर्सिंग के बाद पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों की परीक्षा में आ रही बाधाएं समाप्त हो रही हैं। लंबित पैरामेडिकल की डिग्री और डिप्लोमा परीक्षा अगले महीने करवाने की तैयारी है। यह परीक्षा तीन वर्ष बाद आयोजित की जाएगी।
मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय ने पैरामेडिकल विद्यार्थियों के नामांकन जारी करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। यह तीन वर्ष से रुकी हुई थी। नामांकन होने से विद्यार्थियों की पात्रता और परीक्षा का मार्ग साफ हो गया है। परीक्षा में विलंब के कारण प्रदेश के लगभग 15 हजार पैरामेडिकल छात्र-छात्राएं परेशान थे। प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों के फर्जीवाड़े के फेर में पैरामेडिकल कॉलेज के सत्र 2021-22 की परीक्षा फंस गई थी। सूत्रों के अनुसार, नर्सिंग के एक आदेश में पैरामेडिकल को सम्मिलित करने से दो वर्ष तक पैरामेडिकल परीक्षा पर अड़ंगा रहा। जैसे-तैसे वह दूर हुआ तो अधूरी संबद्धता शुल्क और जीएसटी का मामला उलझ गया। कॉलेजों द्वारा संबद्धता शुल्क का पूर्ण भुगतान नहीं किए जाने तक विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों का नामांकन रोक दिया था।
दो वर्षीय पाठ्यक्रम, चौथे वर्ष में पहुंचे छात्र
पैरामेडिकल के अंतर्गत बीपीटी, बीएमएलटी जैसे डिग्री पाठ्यक्रम, डीएमलटी सहित अन्य दो वर्षीय डिप्लोमा और अलग-अलग समयावधि के तकनीकी चिकित्सा डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित होते हैं। परीक्षा में विलंब से डिग्री कोर्स के विद्यार्थियों की चौथे वर्ष में पहले वर्ष की परीक्षा होगी। डिप्लोमा पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राओं के दो वर्ष की पढ़ाई करते हुए चार वर्ष हो चुके हैं। जबकि इस समयावधि में छात्र-छात्राओं को स्नातकोत्तर की डिग्री मिल जानी थी।
अधिकतर कॉलेज ने जमा किया शुल्क
प्रदेश के लगभग 170 पैरामेडिकल कॉलेज आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्ध है। इनके संबद्धता शुल्क की गणना के लिए गठित विश्वविद्यालय की समिति के अनुसार निर्धारित शुल्क की बकाया राशि 130 से अधिक कालेजों ने जमा कर दी है। शुल्क समस्या का निपटान होते ही संबंधित कॉलेजों को अनापत्ति जारी कर दी गई है। इन कॉलेजों के छात्रों के नामांकन आरंभ हो गए हैं।