क्रेडा में अब भ्रष्टाचार करने वाले सप्लायरो की होगी छुट्टी….सीईओ राणा के आते ही क्रेडा का काम नजर आने लगा……युवाओ को भी रोजगार देने का हो रहा है काम…..
क्रेडा : नई पॉलिसी में 400 नए युवाओं को मिलेगा काम, भ्रष्ट ठेकेदारों और सप्लायरों की होगी छुटटी, घबराए ठेकेदारों ने सरकार की छबि खराब करने छेड़ी मुहिम,फर्जी काम करने वाले सीईओ से सहमे हुए है।
रायपुर. सरकार बदलते ही छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी यानि क्रेडा में पिछली सरकार में कार्यरत 75 से अधिक भ्रष्ट ठेकेदारों की छुटटी करने की तैयारी कर ली गई है। टेण्डर प्रक्रिया को इस कदर पारदर्शी बनाया गया है कि इस बार 206 से अधिक सिस्टम इंटीग्रेटर्स निविदा में भाग लिये हैं। नई नीति के तहत अब क्रेडा में 400 से अधिक नये ईकाईयों का रजिस्ट्रेशन हुआ है जिन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।एक बेहतरीन अफ़सर के आने के बाद सारा सिस्टम सुधर जाता है।राजेश राणा के सीईओ बनते ही क्रेडा की कार्यशैली में भी बदलाव दिखने लगा।आज प्रदेश में क्रेडा का काम नजर आने लगा है।
क्रेडा के सीईओ ने उन बड़े ठेकेदारों को भी बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर ली है पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार से संबद्ध थे। इन ठेकेदारों ने बस्तर, बालोद, रायगढ़ सहित आधा दर्जन जिलों में खराब प्रदर्शन एवं गुणवत्ताहीन कार्य किया था जिसकी शिकायते प्राप्त हुईं और इसी आधार पर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
पिछली सरकार में भ्रष्टाचार इस कदर हुआ था कि 3 करोड़ के एक काम में मात्र 50 लाख का काम किया गया और बाकी राशि ठेकेदार ने दबा दी। अब उसके खिलाफ विभागीय जांच बिठाने की तैयारी की जा रही है।
400 से अधिक युवाओं को रोजगार के सुनहरे अवसर मिलेंगे●
इसकी भनक लगते ही इन भ्रष्ट ठेकेदारों ने सीईओ के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है और दबाव बनाना शुरू कर दिया है। जानते चलें कि पुराने और जमे हुए ठेकेदार सिंडिकेट बनाकर नए ठेकेदारों को या तो प्रवेश नही करने देते थे या फिर ग्रुप बनाकर उसे बाहर कर देते थे। इसीलिए केन्द्र सरकार और विष्णु देव सरकार की नई नीति में जो नए नियम शामिल किए गए हैं, उसका नए ठेकेदारों ने स्वागत किया है। अनुमान है कि अब 400 से अधिक ईकाईयों को यानि युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
नए ठेकेदारों ने किया सीईओ व सांय सरकार की नई नीति का स्वागत
छत्तीसगढ़ क्रेडा में सौर सुजला योजना के अंतर्गत बेहतर क्रियान्वयन हेतु “निविदा” में पिछले वर्षो मे “प्रदर्शन की गुणवत्ता के आधार पर लक्ष्य आबंटन का खण्ड जोड़ा गया है। यह खण्ड भारत सरकार के सेंट्रल विजिलेंस कमीशन” के अनुसार शामिल किया गया है। इस गाइडलाइन के अनुसार क्रेडा के निविदा में विगत वर्षो से विभिन्न सोलर पंप स्थापनकर्ता इकाईयों को गुणवत्तापूर्ण कार्य प्रदर्शन करने वाले ईकाईयों को कार्य का आबंटन होगा। इससे राज्य के कृषकों/ हितग्राहियों को उच्च गुणवत्ता के सोलर पंप प्राप्त हो सकेंगे साथ ही साथ गुणवत्तापूर्ण सर्विस भी प्राप्त होगी। इस नये क्लाज (खण्ड) से नये सिस्टम इंटीग्रेटर्स को ज्यादा मौके प्राप्त होंगे। यही कारण है कि इस बार 206 से अधिक सिस्टम इंटीग्रेटर्स निविदा में भाग लिये है जिससे राज्य के बेरोजगार युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार प्राप्त हो सकेगा।
पिछली सरकार में जो क्रेडा भ्रष्टाचार का अड्डा बना था आज वो बेहतरीन काम से जाना जा रहा है..
सौर सुजला में इस नये खण्ड के जुड़ने से विगत कई सालों से खराब प्रदर्शन करने वाले ठेकेदारों में हड़कंप मचा हुआ है क्योंकि वे भी जानते हैं कि अब इस सरकार में खराब प्रदर्शन एवं गुणवत्ताहीन कार्य नहीं चलेगा। क्रेडा के सीईओ राजेश राणा ने साफ कर दिया है कि खराब प्रदर्शन करने वाले, भ्रष्ट ठेकेदारों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। इससे डरकर ठेकेदारों ने सरकार की छबि खराब करने के अभियान में लगे हुए हैं हालांकि विभाग इसके दबाव में नही आने वाला है। क्लोज डोर मीटिंग में कमीशनखोरी के नए पैमाने को लेकर सीईओ और ठेकेदारों में ठनने की बात फैलाई जा रही है।कुछ बड़े व्यापारी अपने काले कारनामो को दबाने के लिके ऐसी अफवाहे फैलाने का काम कर रहे है यह सारा मामला केवल की दबाव बनाने की रणनीति के सिवाय कुछ भी नही है। 40 प्रतिशत कमीशन मांगने का ठेकेदारों का आरोप भी मनगढ़ंत और आधारहीन है।क्रेडा में एक दमदार अफ़सर ने काले कारनामे वालो को सही काम करने की बात बोलकर अपनी मंशा जाहिर कर दी है।