झारखंड में नेतृत्व परिवर्तन की सुगुबुगाहट तेज हो गई है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर बुधवार को होने वाली सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।
हेमंत सोरेन के जमानत पर जेल से छूटने के बाद उनके नेतृत्व में हो रही यह पहली औपचारिक बैठक है। इस कारण भी इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बैठक में हेमंत सोरेन को फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाने का निर्णय लिया जा सकता है।
मुख्यमंत्री के सभी कार्यक्रम रद
बैठक में झामुमो, कांग्रेस, राजद समेत आइएनडीआइए में शामिल सभी दलों के विधायकों को अनिवार्य तौर पर उपस्थित रहने को कहा गया है। इससे बात को और बल मिल रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने अपने पूर्व निर्धारित सभी कार्यक्रमों को रद कर दिया।
मंगलवार को उनका दुमका जाने का कार्यक्रम था, लेकिन वह नहीं गए। बारिश को भी कार्यक्रम रद होने की वजह बताया जा रहा है। वह अपने आवास पर ही रहे। उनसे मुलाकात करने के लिए आने वाले लोगों को सुरक्षा गार्डों ने यह कहकर लौटा दिया कि सीएम की तबीयत ठीक नहीं है।
चम्पाई ने मीडियाकर्मियों से भी दूरी बनाई
इस कारण वह किसी से मुलाकात नहीं करेंगे। चम्पाई ने मीडियाकर्मियों से भी दूरी बनाए रखी। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन से मुलाकात की। इसकी जानकारी बाहर नहीं आ पाई।
विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन करेंगे
यह भी कहा जा रहा है कि बैठक में सत्ताधारी गठबंधन के विधायक राज्य में नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन करेंगे। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को फिर से राज्य का नेतृत्व सौंपने पर अपना मंतव्य दे सकते हैं।