नई दिल्ली। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) इस वित्त वर्ष में सालाना प्रीमियम (एपीई) में दो अंकों की बढ़ोतरी का लक्ष्य कर रही है। इस बढ़ोतरी से नए उत्पादों और एजेंसी चैनलों को मजबूती मिलेगी। निगम के प्रबंधन ने नतीजों के बाद एनालिस्ट कॉल में बताया कि वे किसी एकल स्वास्थ्य बीमा कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने के विकल्प को भी तलाशेंगे।
जीवन बीमा उद्योग में नए कारोबार की बिक्री को मापने का सामान्य तरीका एपीई होता है। इसकी गणना सालाना नियमित प्रीमियमों में एकल प्रीमियमों का 10 फीसदी हिस्सा जोड़कर की जाती है। एलआईसी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने बताया कि वित्त वर्ष 2025 में अतिरिक्त बढ़ोतरी उत्पाद और चैनल दोनों से होगी। उन्होंने बताया कि हमने बीते वर्ष दिशा-निर्देश में बदलाव के चलते नॉन-पार सेगमेंट में कुछ उत्पाद लॉन्च किए थे और हमें वांछित परिणाम भी मिले थे। वित्त वर्ष 2024 में सालाना एपीई में गैर भागीदारी उत्पाद बढ़कर 18.32 फीसदी हो गए जबकि यह वित्त वर्ष 2023 में 8.89 फीसदी थे।