क्या आप एक भी दिन बिना मोबाइल के रह सकते हो। इतना सोच कर ही एक डर लगने लगता है। अब यह कहना तो बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि आज के समय में मोबाइल का रोल हमारी लाइफ में बहुत जरूरी हो गया है।मार्केट में कई तरह के स्मार्टफोन मौजूद है। इनमें से कुछ तो इतने महंगे होते है कि लेने से पहले कई बार सोचना पड़ता है। अगर कभी महंगा फोन ले भी लेते हैं तो उसका ख्याल हम छोटे बच्चे की तरह रखते हैं। अब स्मार्टफोन का ध्यान रखने के लिए हम मोबाइल इंश्योरेंस भी ले सकते हैं।
मोबाइल इंश्योरेंस क्या है?
इंश्योरेंस का ही एक प्रकार मोबाइल इंश्योरेंस है। इसे मोबाइल के लिए डिजाइन किया गया है। इस इंश्योरेंस पॉलिसी में फोन के डैमेज और खो जाने या चोरी हो जाने जैसे चीजों के लिए कवर किया जाता है। आप इस इंश्योरेंस को मोबाइल डिवाइस के स्टोर या फिर किसी इंश्योरेंस कंपनी के वेबसाइट और ऐप्स से खरीद सकते हैं।हालांकि, मोबाइल इंश्योरेंस लेना अनिवार्य नहीं है। लेकिन, अगर आप यह इंश्योरेंस लेते हैं तो यह एक तरह का फाइनेंशियली सेफगार्ड का रोल निभाएगा। एक्पर्ट भी कहते हैं कि मोबाइल इंश्योरेंस लेना एक स्मार्ट चॉयस होती है।
मोबाइल इंश्योरेंस क्यों खरीदें
जब फोन चोरी होता है तो डेटा के खो जाने के साथ ही वित्तीय बोझ भी बढ़ जाता है। ऐसे में फाइनेंशियली सेटबैक के लिए मोबाइल इंश्योरेंस बहुत जरूरी होता है। मोबाइल इंश्योरेंस इन सभी स्थितियों को कवरे करता है।एक्सीडेंट या फिर किसी वजह से फोन टूट जाए तो फोन को रिपेयर करना काफी महंगा पड़ता है। ऐसे में मोबाइल ब्रेकरेज के समय मोबाइल इंश्योरेंस काफी कारगार साबित होता है।स्मार्टफोन के टूट जाने के साथ ही उसे लिक्विड डैमेज से बचाना भी बहुत जरूरी है। कई बार पानी, मॉयचर और ह्यूमिडिटी की वजह से भी फोन खराब हो जाता है। मोबाइल इंश्योरेंस इस स्थिति को भी कवर करता है।एप्पल , सैमसंग , वन प्लस जैसे ब्रांड के फोन को रिपेयर करवाना काफी महंगा पड़ता है। ऐसे में इन फोन के लिए इंश्योरेंस करवाते हैं तो यह इंश्योरेंस इस तरह के रिपेयर बिल से हमें बचाता है।अगर फोन खो जाए और वारंटी पीरियड चालू है तब भी उसका कंपनसेशन नहीं मिलता है। लेकिन, मोबाइल इंश्योरेंस में पूरी तरीके से कंपनसेशन दिया जाता है।
मोबाइल इंश्योरेंस में क्या-क्या कवर होता है?
चोरी हो गया फोन को कवर किया जाता है।
अगर किसी दुर्घटना में फोन डैमेज हो जाता है तो उसे कवर किया जाता है।
लिक्विड डैमेज कवर होता है।
टेक्नीकल कोई दिक्कत आए तो वो भी कवर होता है।
स्मार्टफोन की स्क्रीन डैमेज भी कवर होती है।
स्मार्टफोन में आग लग जाए तो वह भी कवर होता है।
मोबाइल इंश्योरेंस में क्या कवर नहीं होता है?
अगर फोन कैसे खोया इसकी जानकारी न हो।
फोन को जानबूझकर क्षति पहुंचाना।
मालिक के अलावा अगर कोई दूसरा व्यक्ति फोन का इस्तेमाल कर रहा है।
फोन में पहले से कोई खराबी हो।
मोबाइल इंश्योरेंस में मिलती है ये सुविधाएं
कई इंश्योरेंस में रिपेयर के लिए डोरस्टेप पिक-अप और ड्रॉप फैसेलिटी भी मिलती है।
कैशलेस प्रोसेस की भी सुविधी मिलती है।
कुछ इंश्योरेंस कंपनी नौ-क्लेम बोनस भी देती है।