बिलासपुर

*आईपीएस पूजा कुमार फेसबुक लाइव के जरिए बच्चों से की चर्चा* *परीक्षा के परिणाम के अतिरिक्त जीवन में बहुत कुछ है जीवन में बहुत सारे अवसर या संभावनाएं हैं, आत्मविश्वास बनाएं रखें और असफलता को स्वीकार करें – पूजा कुमार, सीएसपी कोतवाली*

छत्तीसगढ उजाला

 

बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बोर्ड परीक्षा परिणाम से उत्पन्न विद्यार्थियों के तनाव को दूर करने एवं आत्महत्या जैसे घातक कदम से बचाने के लिए फेसबूक लाइव कार्यक्रम- दक्षता विकास प्रशिक्षण 29 अप्रैल से छह मई तक चलाया जा रहा है। फेसबुक लाइव में अमित कुमार, आइएएस. आयुक्त नगर निगम बिलासपुर व शाम पांच बजे पूजा कुमार, सीएसपी कोतवाली बिलासपुर द्वारा बच्चों, पालकों एवं शिक्षकों से सीधा संवाद किया गया।

आयुक्त अमित कुमार कमिश्नर नगर निगम ने फेसबुक लाइव में बच्चों को संबोधित करते हुए कमिश्नर नगर निगम ने कहा कि तैयारी करना और परीक्षा देना आपके हाथ में है। यदि परिणाम अपेक्षा से कम आता है तो उसे भूलकर बजाए दुखी होने के दुगुने जोश के साथ आगे की तैयारी करें। पालकों से बात करते हुए अमित कुमार ने कहा कि हर पिता अपने बच्चे को डाक्टर, इंजीनियर बनने बच्चे के दिमाग में “बबल क्रिएट ‘ कर देते हैं। अपने एस्पेक्टेशन के आगे बच्चे की क्षमता और रुचि को ध्यान नहीं रखते।

ध्यान रखिए कि हर बच्चे का पोटेंशियल और रुचि भिन्न-भिन्न होते हैं। अतः रांग बबल क्रिएट करने के बजाए बच्चे को आकाश में उन्मुक्त उड़ान भरने दीजिए। उन्होंने थामस एल्वा एडिसन और एप्पल के फाउंडर स्टीव जाब्स का उदाहरण देते हुए बताया कि ये बहुत बुरे छात्र और कर्मचारी थे, जिन्हे स्कूल और कंपनी से निकाल दिया गया था। किंतु इनके माता-पिता के पाजिटिव एप्रोच के कारण पूरे विश्व में इनकी पहचान है।

दूसरों से कदापि ना करें तुलना – पूजा कुमार, सीएसपी कोतवाली

फेसबुक लाइव में शाम को पूजा कुमार आईपीएस सीएसपी कोतवाली ने बच्चों से संवाद करते हुए कहा परीक्षा के परिणाम के अलावा भी जीवन में बहुत कुछ है जीवन में बहुत सारे अवसर या संभावनाएं हैं, आत्मविश्वास बनाएं रखें और असफलता को स्वीकार करें। सीएसपी पूजा कुमार ने बच्चों को बहुत से करियर विकल्पों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अपनी असफलता को स्वीकार करना जरूरी है। दूसरों से तुलना न करें और अपने भाग्य पर विश्वास करते हुए आगे कदम बढ़ाएं।

बच्चों से करें व्यक्तिगत चर्चा – अमित कुमार, निगमायुक्त

शिक्षकों से बातें करते हुए अमित कुमार ने कहा कि बच्चों के अटेंशन पीरियड को बढ़ाकर उनका मन प्रबंधन एवं माइंड सेट करना जरूरी है। शिक्षक बच्चों के एक्सपैटेशन, एंजाइटी और फीयर को पहचानें और असफल बच्चों से व्यक्तिगत बात करें। अंत में बच्चों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए आयुक्त नगर निगम ने कहा कि एक रिजल्ट से न आपका करियर बनता है, न ही खत्म होता है। अतः कभी रुकना नहीं, थकना नहीं, बाधाएं आएंगी और नए चैलेंज को स्वीकार करना है। सफलता आपको अवश्य मिलेगी।

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