*अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण आयोग ने राज्यपाल से छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री के स्तीफ़ा ले लेने की मांग रखी*
छत्तीसगढ़ उजाला
रायपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण आयोग के रायपुर सम्भाग अध्यक्ष अज़ीम खान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल महोदय को ज्ञापन के माध्यम से छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री के स्तीफ़ा ले लेने की मांग रखी जिसमे सम्भाग महासचिव प्रदुमन शर्मा, रायपुर जिला सचिव लक्ष्मण सेन शामिल रहे।
अध्यक्ष अज़ीम खान ने बताया कि बीती रात लगभग 4:00 बजे रायपुर के पुरैना झेत्र एक्सप्रेस वे पर नशे की हालत में एक वाहन के द्वारा गाय को बुरी तरह से रौंद दिया जिसमें गाय मृत हो गई , कार चालक इतने नशे में था कि उसकी गाड़ी भी छतिग्रस्त हो गई। इस दुर्घटना से यह प्रतीत होता है कि रायपुर शहर मे नशे का कारोबार पूरी तरह से बेखौफ चल रहा है जिसके चलते रायपुर के क्लब, बार देर रात तक नई पीढ़ी के युवाओं के भविष्य को नशे की लत में धकेल रहे है उन्होंने सवाल किया कि क्या पुलिस प्रशासन इतना लाचार हो चुका है कि इन क्लबो से नशे की हालत में निकलने वालो पर कार्यवाही नही कर पा रहा है?? जो देर रात तक नशे की हालत में शहर की सड़कों पर बेखौफ गाड़िया दौड़ा कर दहशत फैला रहे है व मौत के सौदागर बने घूम रहे है। नशे की हालत में गाय के ऊपर गाड़ी चलाने वालों को गिरफ्तार कर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।
वही दूसरी ओर देखे तो आरंग में घटित घटना जिसमे गौ तस्करी के नाम पर 3 लोगो की बेरहमी से पिट पिट कर जान ले ली जाती है और इस घटना को आज 13 दिन बीत जाने के बाद भी किसी की गिरफ्तारी न होना व उक्त घटना में बनाई गई SIT किसी भी नतीजे तक नही पहुच पाती है ये गंभीर बात है।
उन्होंने आगे कहा कि इन तमाम घटनाओं से यह बात साफ होती है कि छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था लचर है या फिर किसी दबाव के चलते उचित कदम उठाते हुए कार्यवाही कर पाने में असमर्थ साबित हो रही है। लगातार छत्तीसगढ़ में घट रही घटनाओं व इन घटनाओं के आरोपियो पर किसी प्रकार की कार्यवाही न होना दुखद है। हमारा मानना है इन तमाम घटनाओं पर छत्तीसगढ़ के ग्रह मंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए व छत्तीसगढ़ की पुलिस को इन मामलों पर खुली छूट दे देनी चाहिए जिससे वे अपने अधिकारों का खुल कर इश्तेमाल करते हुए आरोपियों को पकड़ सके व इन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिला सके जिससे छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके व बिना किसी दबाव के पुलिस अपना कार्य कर सके।
संभाग महासचिव प्रदुमन शर्मा ने कहा कि बलौदाबाजार में जिस प्रकार कलेक्टर कार्यालय के साथ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय को आग के हवाले कर दिया जाता है और पुलिस कुछ नही कर पाती ये अपने आप मे गंभीर विषय है और अपनी गलती छुपाने बेगुनाहों पर अत्याचार किया जा रहा है गिरफ्तार कर लाए जा रहे लोगो पर पुलिस अपना गुस्सा निकलते हुए बेरहमी से पिट रही है ये भी सही नही है इस पर भी उचित कार्यवाही होनी चाहिए।
लक्ष्मण सेन रायपुर जिला सचिव का कहना है छत्तीसगढ़ के तमाम जगहों पर घटनायें घट रही है और इन सभी पर देखे तो कानून व्यवस्था बेबस नजर आरही है तो कही खानापूर्ति किया जा रहा है। आज राज्यपाल महोदय को ज्ञापन सौंप कर छत्तीसगढ़ में घटित सभी घटनाओं पर छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री से स्तीफा ले लेने की मांग रखी गई।