विदेश मामलों के कमेटी के सदस्य ग्रेगरी मीक्स ने भारत को अमेरिका का एक प्रमुख सहयोगी बताया है। उन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के दौरान यह टिप्पणी की थी। मीकिस ने कहा कि चीन के संकट के बीच भारत एक प्रमुख सहयोगी देश है। रविवार को एक इंटरव्यू के में उन्होंने अपने बयान को स्पष्ट किया। साक्षात्कार में ग्रेगरी मीक्स ने कहा, "यह बहुत जरूरी है। आप 1.3 मिलियन लोगों के बारे में बात करते है। लेकिन भारत अमेरिका के लिए एक प्रमुख सहयोगी है। जब आप देखेंगे कि जो बाइडन ने लोगों को और देशों को एकसाथ लाकर क्या किया। उदाहरण के तौर पर भारत क्वॉड का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया के साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं।" बता दें कि मीक्स उन उच्च स्तरीय प्रतिनिधियों में शामिल थे, जिन्होंने हाल ही में भारत का दौरा और पीएम मोदी से मुलाकात की। उन्होंने कहा, "भारत त्रिपक्षीय समझौते का भी हिस्सा है, जो कि तेजी से आगे बढ़ रहा है। आपको मालूम है कि वे महत्वपूर्ण है, लेकिन हमारा त्रिपक्षीय समझौता दक्षिण कोरिया और जापान के साथ है। लेकिन भारत एक प्रमुख सहयोगी और देश है। हम यह सुनिश्चित करें कि हमें चीन और हिंद-प्रशांत की धमकियों से बचना है और फिलीपींस के साथ काम करें जो महत्वपूर्ण है।"
भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश: मीक्स
मीक्स ने आगे कहा, "हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसे लेकर बात की। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और अमेरिका सबसे पुराना। यह लोकतांत्रिक देशों के एकसाथ आने के बारे में है। यह चीन, रूस, ईरान और उत्तर कोरिया जैसे निरंकुश देशों के खिलाफ एक साथ मिलकर काम करने को लेकर है।" हिंद-प्रशांत एक जैव भौगोलिक क्षेत्र है, जिसमें हिंद महासागर, पश्चिम और मध्य प्रशांत सागर और चीन सागर आता है। अमेरिका, भारत और अन्य देश कई बार हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य चालबाजी को रोकने के लिए बात कर चुके हैं।