हेडलाइट अपर-डिपर के नाम पर ट्रेवल्स संचालक को कार से निकालकर बेरहमी से पीटा, गाड़ी में भी की तोड़फोड़
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। सिविल लाइन क्षेत्र में एक ट्रेवल्स संचालक पर जानलेवा हमला हो गया है। हेडलाइट अपर-डिपर के नाम पर ट्रेवल्स संचालक को कार से निकालकर बेरहमी से पीटा गया। इतना ही नहीं, उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ भी की गई है। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी है। अब तक पुलिस एक भी आरोपित को पकड़ नहीं सकी है। घटना तीन दिन पहले की है। आरोप लगाया जा रहा कि आहत को हिंदू कहकर बुरी तरह पीटा गया, हालांकि पुलिस ने इस तरह की बातों की पुष्टि नहीं की है और ना ही एफआइआर में इसका जिक्र किया गया है। फिर भी पुलिस इस दिशा में भी मामले की जांच कर रही है।
छतौना निवासी जीवनदीप सिंह (30) ट्रेवल्स का काम करते हैं। बीते 6 मई को उनकी बेटी का बर्थडे था, जिसके लिए उन्होंने पार्टी रखी थी। पार्टी खत्म होने के बाद वे अपने दोस्त आरिफ को छोड़ने अपनी कार से तालापारा पहुंचे थे। जहां पर इनोवा कार में राजा खान, नफीस का भाई व अन्य लोग बैठे हुए थे। इनोवा सवारों ने हेड लाइट के अपर-डिपर के नाम पर गालीगलौज शुरू कर दी और फिर जीवनदीप को कार से निकालकर लात-घूंसे, डंडे-बेल्ट से पीटने लगे। किसी तरह जीवनदीप ने अपनी जान बचाई। युवक को शरीर, चेहरे व अन्य अंगों पर गंभीर चोटें आईं हैं। आरोपितों ने उनकी कर में भी तोड़फोड़ की। पुलिस ने मामले में आरोपितों के खिलाफ धारा 294, 323, 34, 427, 506 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
ट्रेवल्स संचालक को आरोपित बेरहमी से पीट रहे थे। इस दौरान उनका दोस्त व अन्य लोग बीचबचाव करने पहुंच गए, जिससे उनकी जान बच सकी और आरोपित वहां से भाग निकले। पीड़ित की चोटें साफ-साफ आरोपितों की बेरहमी की कहानी बयां कर रही हैं, इसके बावजूद पुलिस ने इस मामले में खानापूर्ति की कार्रवाई करते हुए पल्ला झाड़ लिया है। इसके अलावा आरोपितों को पकड़ने में पुलिस दिलचस्पी भी नहीं दिखा रही है।