रेलवे में टीसी की नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी, फर्जी ज्वाइनिंग लेटर महिनों करता रहा गुमराह अंत: हुआ गिरफ्तार
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। सरकंडा पुलिस ने रेलवे में टीसी की नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित युवक पांच महीने से पुलिस को चकमा दे रहा था। आरोपित को न्यायालय में पेश किया गया है।
सकरी क्षेत्र के घुरू में रहने वाले हरिशंकर टंडन(35) ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसके परिचित अखिलेश कुमार चौहान(29) निवासी ग्राम कोसमंदा जिला जांजगीर-चांपा ने अपने दोस्त आशीष दास से मिलवाया था। बातचीत के दौरान आशीष ने बताया कि वह रेलवे में टीसी है। कोलकाता में ज्वाइनिंग के बाद उसकी पोस्टिंग दुर्ग में है। कोलकाता आफिस में उसकी जान पहचान है। इसके सहारे उसने हरिशंकर की नौकरी रेलवे में टीसी के पद पर लगाने की बात कही। इसके लिए उसने सात लाख 50 हजार रुपये लगने की बात कही। उसकी बातों में आकर हरिशंकर रुपये देने के लिए तैयार हो गया। दिसंबर 2020 में आशीष और अखिलेश हरिशंकर के किराए के मकान त्रिवेणी नगर सरकंडा आए। यहां पर उन्होंने हरिशंकर से नौकरी के लिए फार्म भरवाया। साथ ही शैक्षणिक दस्तावेज लेकर चले गए। इसके दो दिन बाद ही मेडिकल चेकअप के नाम पर एक लाख 50 हजार रुपये लिए। रुपये मिलने के बाद अलग-अलग बहानों से रुपये मांगने लगे। करीब छह लाख 20 हजार रुपये लेने के बाद उन्होंने फर्जी ज्वाइनिंग लेटर और कोलकाता से फर्जी ई-मेल भी कराया। इसके बाद भी नौकरी नहीं लगने पर उन्होंने रेलवे के आफिस में जाकर जानकारी ली तो धोखाधड़ी का पता चला। पीड़ित ने अपने रुपये वापस मांगे तो उन्हें धमकियां दी जाने लगी।
पीड़ित ने इसकी शिकायत सरकंडा थाने में की। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है। इधर जुर्म दर्ज होने के बाद आरोपित अपने ठिकाने से फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। पुलिस ने आरोपित अखिलेश के ठिकाने पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को न्यायालय में पेश किया गया है।