भोपाल । मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना योजना में शामिल जिन महिलाओं के नाम पर पहले से रसोई गैस कनेक्शन हैं। उन्हें ही 388 रुपए की सब्सिडी मिलेगी। गैस सिलेंडर के लिए 450 देने होंगे। इसके अलावा जिन महिलाओं के पति के नाम पर रसोई गैस के कनेक्शन हैं, और अब अगर पति लाड़ली बहना योजना में शामिल अपनी पत्नी के नाम पर गैस कनेक्शन लेंगे तो उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने यह स्पष्ट किया। उन्होंने कहा है कि अधिकारी सब्सिडी की रिपोर्ट देते समय इसका ध्यान रखेंगे।
घोषणा के समय जिन लाड़ली बहनों के नाम थे गैस कनेक्शन, सिर्फ उन्हें ही मिलेगा लाभ
मंत्री ने बताया कि जब लाड़ली बहनों के लिए रसोई गैस सिलेंडर पर सब्सिडी देने की घोषणा की गई थी तब जिन लाड़ली बहनों के नाम पर रसोई गैस कनेक्शन था। उन्हें ही इसका लाभ मिलेगा। जिन्होंने 450 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर देने की घोषणा पर अमल के बाद गैस कनेक्शन बदलकर महिलाओं के नाम पर कनेक्शन लेने की कोशिश की है, उन्हें लाभ नहीं दिया जाएगा। सरकार के रिकॉर्ड में कुल 98 लाख महिलाएं इसके लिए पात्र हैं। जिसमें लाड़ली बहना और उज्जवला योजना से गैस सिलेंडर का कनेक्शन पाने वाली महिलाएं शामिल हैं।
40 लाख लाड़ली बहना
मंत्री राजपूत से पूछा गया कि लाड़ली बहना योजना में कुल कितनी पात्र महिलाएं हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इसके स्पष्ट आंकड़े फिलहाल हमारे पास नहीं हैं। लेकिन, कुल आंकड़ा 98 लाख महिलाओं का है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को रसोई गैस सब्सिडी के लिए पात्र लाड़ली बहनों की संख्या 40 लाख बताई है तो बाकी महिलाएं उज्जवला योजना की होंगी और कुल संख्या 98 लाख है। मंत्री राजपूत ने यह भी कहा कि विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ यह आरोप लगाते थे कि लाड़ली बहनों को 450 रुपए में गैस सिलेंडर नहीं मिल रहा है। जबकि प्रदेश सरकार घोषणा के बाद से 450 रुपए में सिलेंडर दे रही है। उन्हें यह पता होना चाहिए कि सरकार ने जो कहा है वह किया है। राजपूत ने कहा कि प्रदेश में 838 रुपए एक रसोई गैस सिलेंडर की कीमत है जिसमें से 388 रुपए की सब्सिडी राज्य सरकार दे रही है। मुख्यमत्री डॉ. मोहन यादव ने राखी के त्यौहार के लिए 250 रुपए सभी लाड़ली बहनों को देने के लिए घोषणा की है। एक अगस्त को बहनों के खाते में यह राशि जमा हो जाएगी।