सरायकेला-खरसावां जिले के कुकड़ू, ईचागढ़, नीमडीह व चांडिल में हाथियों द्वारा लगातार उत्पात मचाया जा रहा है। जिससे गांव वाले न ही खेती किसानी कर पा रहे हैं और न ही अपने घर में रात में सो पा रहे हैं। रात भर जाग कर ही बिता रहे हैं। कुकड़ू प्रखंड के दयापुर व झापागोड़ा गांव में एक दर्जन लोगों के घरों को तोड़ दिया।
हाथियों ने गुरुदेव महतो, डोमन महतो, सुबोध महतो, विकल महतो तथा दयापुर में तनु महतो, अरुण महतो, रामकृष्ण महतो, बोनु महतो, सविया गोप, निमाई गोप व सटीक महतो का घर को तोड़कर घर में रखे चावल आदि अनाज को अपना निवाला बनाया।
वन विभाग लापरवाह हो गया है: भाजपा नेता
जंगली हाथियों के डर से लोग खेतों में भी काम करने के लिए नहीं जा पा रहे हैं। लोगों को डर सता रहा है कि कहीं खेत में काम करते समय झाड़ी, जंगल से हाथी निकल कर लोगों को न निशाना बनाए। भाजपा नेता सचिदानंद महतो ने बताया कि हाथियों द्वारा एक दर्जन घरों को तबाह कर दिया गया।
कुछ गृहस्वामी तो बेघर हो गए, कुछ घरों को आंशिक क्षति हुई है। कहा कि बंकारकुड़ी, तुलीनडीह व कुकड़ु जंगल में हाथियों का झुंड डेरा जमाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग लापरवाह हो गया है।
लगातार हाथियों द्वारा घरों को नुक्सान पहुंचाया जा रहा है, परन्तु वन विभाग के पदाधिकारी कुम्भकरण की तरह नींद में सोए हुए हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग जल्द से जल्द हाथियों को भगाएं व क्षतिग्रस्त मकानों का मुआवजा दें , नहीं तो सड़क में उतरकर आंदोलन किया जाएगा।