सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल अशोक नगर सरकंडा की डीईओ हुई शिकायत, बच्चे की फीस जमा नहीं करने पर स्कूल से दिखाया बाहर का रास्ता
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। छत्तीसगढ़ में निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ आए दिन अनेकों प्रकार की शिकायते अधिकारियों को मिल रही है लेकिन फिर भी निजी स्कूलों की मनमानी पर पूर्ण विराम नही लग रहा है। शिक्षा जगत से जुड़ा ताजा मामला बिलासपुर जिले का है। सरस्वती शिशु मंदिर सरकण्डा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावक स्कूल फीस को लेकर बेहद परेशान है वे जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित शिकायत सौपे है। जिसमे उन्होंन कोरोना काल के समय से लेकर अभी तक का अपने बच्चों के फीस कुल राशि 52 हजार रुपये को किश्तों में भुगतान करना चाह रहे है। बताया जा रहा है सरस्वती शिशु मंदिर सरकण्डा प्रबंधन ने फीस को लेकर स्कूल से विद्यार्थियों को निकाल दिया है और स्कूल के कक्षा में बैठने नही दे रहे है। वही स्कूल प्रबंधन पूरी फीस पटाने के बाद ही बच्चे को स्कूल में बैठने की बात कह रहे है। मामले में पुष्पेन्द्र सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित शिकायत सौपा है। जिस पर जाँच के बाद कार्यवाही निश्चित लगता है। बता दे कि शिक्षा विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचार को लेकर इन दिनों सुर्खियां बटोर रहे है। चाहे मामला स्थानांतरण का हो या पदोन्नति का शिक्षा अधिकारियों की पोल खुलती जा रही है। उसके बाद भी नियमविरुद्ध संचालित निजी स्कूलों की मनमानी और उन पर अधिकारियों की मेहरबानी बेलगाम है। अब देखना होगा कि स्कूल फीस को लेकर विद्यार्थियों को शिक्षा से वंचित रखने वाले सरस्वती शिशु मंदिर सरकण्डा प्रबंधन के खिलाफ क्या कार्यवाही होती है?