देश

दिल्ली के ‘मिनी चिड़ियाघर’ में लगेगा ताला, जंगल में छोड़े जाएंगे 600 हिरण

Latest National News : नईदिल्ली . दिल्ली का 63 साल पुराना ‘मिनी चिड़ियाघर’ डियर पार्क अब बंद होने जा रहा है. केंद्र के अधिकारियों ने डियर पार्क की मान्यता रद्द कर दी है. इसके बाद अब यहां मौजूद हिरणों को राजस्थान और दिल्ली के जंगलों में छोड़ने का फैसला किया गया है. पार्क की मान्यता रद्द करने का कारण तेजी से बढ़ती जानवरों की संख्या और मैन पावर की कमी को बतया जा रहा है.

पार्क की मान्यता रद्द करने का आदेश पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) ने जारी किया है. बता दें कि इस पार्क में 1960 के दशक में छह हिरण लाए गए थे. समय के साथ अब इनकी संख्या करीब 600 हो गई है. बता दें कि CZA ने 8 जून को डियर पार्क की ‘मिनी चिड़ियाघर’ के रूप में मान्यता रद्द करने का आदेश जारी किया था.

एएन झा डियर पार्क के नाम से जानते हैं लोग

इस पार्क को आधिकारिक तौर पर एएन झा डियर पार्क के नाम से जाना जाता है. दक्षिण दिल्ली के हौज खास इलाके में स्थित इस पार्क में परिवार पिकनिक मनाने या हैंगआउट करने के लिए आते हैं. यह पार्क दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) के अधिकार क्षेत्र में आता है. हालांकि, DDA के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि पार्क का परिसर पहले की तरह विजिटर्स के लिए खुला रहेगा.

राजस्थान में छोड़े जाएंगे 70 फीसदी हिरण

आधिकारिक सूत्र के मुताबिक जानवरों की संख्या में तेजी से हो रही बढ़ोतरी और बीमारी फैलने की संभावना के कारण इसकी मान्यता रद्द की गई है. यहां पर ट्रेन्ड कर्मचारियों की भी कमी थी. पार्क से हटाए जाने वाले जानवरों में से 70 फीसदी को राजस्थान तो वहीं 30 फीसदी को दिल्ली-एनसीआर के जंगलों में छोड़ा जाएगा. सूत्रों के मुताबिक डीयर पार्क से हिरण हटाने के बाद उसे संरक्षित वन के रूप में डेवलप किया जाएगा.

ग्रीन बेल्ट बना रहेगा पार्क का इलाका

बता दें कि CZA के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि अधिकारियों ने पार्क के हरित बेल्ट बने रहने का भरोसा दिलाया है. इसका इस्तेमाल किसी भी निर्माण गतिविधियों के लिए नहीं किया जाएगा. बताया जा रहा है कि हिरणों को वन क्षेत्रों में स्थानांतरित करने से पहले यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उनमें कोई बीमारी तो नहीं है.

Anil Mishra

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button