रायपुर

छत्‍तीसगढ़ की साय सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार में चल रही दो योजनाओं के नाम बदल दिए, नाम बदलने को लेकर प्रदेश में गरमाई राजनीति, भाजपा-कांग्रेस आमने सामने

छत्तीसगढ़ उजाला

 

रायपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। छत्‍तीसगढ़ की साय सरकार ने पूर्ववर्ती भूपेश सरकार में चल रही दो योजनाओं के नाम बदल दिए हैं। नगरीय प्रशासन व विकास विभाग की ओर से संचालित राजीव गांधी स्वावलंबन योजना का नाम अब पं. दीनदयाल उपाध्याय स्वावलंबन योजना और राजीव गांधी आजीविका केंद्र योजना का नाम पं. दीनदयाल उपाध्याय आजीविका केंद्र कर दिया गया है।

इधर, नाम बदलने को लेकर प्रदेश में राजनीति का पारा भी चढ़ गया है। भाजपा-कांग्रेस आमने सामने है। कांग्रेस कह रही है कि काम नहीं हो रहा है केवल योजनाओं के नाम बदले जा रहे हैं और भाजपा ने यह कहकर पलटवार किया है कि सरकार बदलती है तो नाम भी बदलता है।

भूपेश-बृजमोहन आमने-सामने
नाम बदलने की राजनीति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल आमने-सामने हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि राज्य सरकार नई योजना शुरू नहीं कर पा रही है। केवल योजनाओं के नाम बदले जा रहे है। इस पर भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि यह विचारों का टकराव है। सरकार बदलती है तो नाम भी बदलता है।

सीएम के सलाहकार ने जारी की भूपेश सरकार की सूची
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा ने भी पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के बयान पर इंटरनेट मीडिया एक्स पर वर्ष-2019 का एक आदेश प्रसारित किया है। उन्होंने लिखा है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि 11 फरवरी को आती है।

इसी दिन भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार ने उनके नाम वाली योजनाओं का नाम बदल कर उसे कथित गांधी परिवार वालों के नाम पर रख दिया था। उन्होंने भूपेश सरकार में जिन-जिन योजनाओं के नाम बदले गए थे, उसे सार्वजनिक किया।

2019 में इन योजनाओं के नाम में किया गया था बदलाव

दीनदयाल उपाध्याय स्वावलंबन योजना : राजीव गांधी स्वावलंबन योजना

पं. दीनदयाल उपाध्याय सर्वसमाज मांगलिक भवन योजना : डा बीआर अम्बेडकर सर्वसमाज मांगलिक भवन योजना

पं. दीनदयाल उपाध्याय एलइडी पथ प्रकाश योजना : इंदिरा प्रियदर्शिनी एलईडी पथ प्रकाश योजना

पं. दीनदयाल उपाध्याय आजीविका केंद्र : राजीव गांधी आजीविका केंद्र योजना

पं. दीनदयाल उपाध्याय शुद्ध पेयजल योजना : इंदिरा प्रियदर्शिनी शुद्ध पेयजल योजना

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