बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। सरकंडा क्षेत्र में पूर्व सैनिकों को बैंक में गार्ड की नौकरी लगवाने का झांसा देकर 10 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। एक पूर्व सैनिक ने घटना की शिकायत सरकंडा थाने में की है। जवानों से ठगी की घटना को पूर्व सैनिक ने ही अंजाम दिया है। शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। सरकंडा के रूद्र विहार में रहने वाले प्रणव तिवारी सेना से रिटायर्ड हैं। उन्होंने बताया कि रिटायरमेंट के बाद वे नौकरी की तलाश कर रहे थे। इसी बीच उन्होंने बैंक में गार्ड की नौकरी के लिए आवेदन किया। आवेदन के कुछ दिन बाद ही सेना के पूर्व जवान राजकुमार साहू ने उनके मोबाइल पर काल किया। फोन करने वाले ने बताया कि वह बैंक में गार्ड की नौकरी लगवा सकता है। इस पर प्रवण ने राजकुमार से नेहरू चौक पर मुलाकात की।
यहां पर बातचीत के बाद वे अपने मित्र पीयूष सिंह को लेकर गौरेला स्थित बैंक गए। वहां पर राजकुमार ने ब्रांच मैनेजर से मिलवाया। बैंक मैनेजर ने राजकुमार की नौकरी लगवाने की बात कही। साथ ही उनकी नौकरी भी लगवा देने की बात कही। इसके बाद प्रणव ने राजकुमार को एक लाख रुपये आनलाइन ट्रांसफर किए। साथ ही एक लाख रुपये नकद दिए। िसके बाद राजकुमार ने प्रणव के साथियों जितेन्द्र साहू निवासी सारागांव जिला जांजगीर-चांपा, चन्द्रप्रकाश साहू निवासी गांधी नगर रतनपुर, सुदर्शन प्रसाद यादव निवासी हाफा और रविन्द्र कुमार जोगी निवासी बम्हनीडीह जिला जांजगीर-चांपा से भी रुपये लिए। रुपये लेने के बाद भी उसने जवानों की नौकरी नही लगवाई। वहीं रुपये वापस मांगने पर वह जान से मारने की धमकी देने लगा। पीड़ित जवानों ने पूरे मामले की शिकायत सरकंडा थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।