कांग्रेस-भाजपा दोनों राजनीतिक पार्टियों ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत को लेकर सौंपा ज्ञापन, घोषणा-पत्र में भगवान श्री राम को नेत्रहीन दिखाया जाना हम सब के आस्था के विरूद्ध – कांग्रेस रायपुर एसएसपी को हटाया जाए, जांच हो – भाजपा
छत्तीसगढ़ उजाला
रायपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। कांग्रेस-भाजपा दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियों ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की है। इस संबंध में पार्टियों की लीगल टीम ने कार्यालय को पत्र सौंपा है। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र पर भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, माता सीता और हनुमान जी के स्केच चित्र का उपयोग किया है, जो कि गलत है। इधर भाजपा का कहना है कि महादेव बेटिंग एप के संबंध में जारी एक वीडियो में रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल की संलिप्पता उजागर हुई है। इसलिए उन्हें तत्काल चुनाव कार्यों से हटाना चाहिए।
घोषणा-पत्र में मंदिर और भगवान की फोटो
कांग्रेस ने कहा कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में आचार संहिता लागू है। भाजपा के घोषणा-पत्र में मोदी की गारंटी के शीर्षक पृष्ठ 3 पर अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित लेख के ऊपर श्रीराम, लक्ष्मण, माता सीता और हनुमान का स्केच चित्र के आधार पर नेत्रहीन दिखाया गया है। साथ ही उक्त घोषणा पत्र के 33 वें पृष्ठ में मंदिर की फोटो दर्शित है। घोषणा-पत्र में भगवान श्री राम को नेत्रहीन दिखाया जाना हम सब के आस्था के विरूद्ध है। निर्वाचन को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
रायपुर एसएसपी को हटाया जाए, जांच हो : भाजपा
भाजपा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि हाल ही में प्रसारित वीडियो में शुभम सोनी नामक एक व्यक्ति ने एप के संचालन में रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल की भूमिका जाहिर की है। ज्ञापन सौंपने के दौरान भाजपा सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू व विजयशंकर मिश्रा ने कहा कि वीडियो में बताया गया कि रायपुर एसएसपी के माध्यम से कई बार हफ्ता/ प्रोटेक्शन मनी के रूप में भारी धन राशि वसूल की गई।