*छत्तीसगढ़ की राजधानी में कोयला व्यापारी को शूट करने पहुँचे बिश्नोई व अमन साहू के शूटर, अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सका अमन साहू का गैंग,पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार ….*
●छत्तीसगढ़ उजाला●
कोयला कारोबारियों के कत्ल की थी साजिश, कल सुबह 10 बजे होना था पहला कत्ल
0 झारखंड में रंगदारी नहीं देने पर 20-20 गोलियां मारने की दी थी सुपारी
0 सलमान खान के घर पर गोलियां चलाई थी इसी गिरोह ने
रायपुर। छत्तीसगढ़ की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो यहां के दो बड़े कोयला कारोबारियों का कत्ल करने का ठेका लेकर पहुंचा था। पुलिस ने इन कारोबारियों के नाम नहीं बताए हैं, लेकिन यह बताया कि वे झारखंड में बड़ा कारोबार करते हैं, और वहीं पर उनसे रंगदारी टैक्स मांगा जा रहा था, मगर मांग के मुताबिक रूपये न देने पर उनके कत्ल का ठेका दिया गया था। हत्या की वारदात के लिए यह सुपारी पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को दी गई थी जो कि जेल में बंद है, और देश की कई बड़ी चर्चित हत्याओं के पीछे शामिल है। उसके गिरोह के मलेशिया में बैठे मयंक सिंह नाम के गैंगस्टर ने राजस्थान और झारखंड से इन हत्यारों का इंतजाम किया था, जो कि पिस्तौल लेकर छत्तीसगढ़ पहुंचे थे, और जिन्हें यहां के दो कारोबारियों को 20-20 गोलियां मारने के लिए भेजा गया था।
मोबाइल में रेकी करने के मिले VIDEO
इन शूटरों से पूछताछ और मोबाइल में मिले जो संदेश रायपुर पुलिस ने पकड़े हैं उसके मुताबिक कल सोमवार की सुबह 10 बजे रायपुर में एक बड़े कारोबारी घराने के एक सदस्य का कत्ल होना था। पुलिस को इन शूटरों की की हुई रैकी (तैयारी) के वीडियो भी मिले हैं जिसमें सोमवार सुबह 10 बजे किस जगह पर किस तरह कत्ल किया जाएगा उसका रिहर्सल है।
रंगदारी के लिए पूर्व में की थी दहशत फैलाने की कोशिश
यह पूरा मामला झारखण्ड से जुड़ा हुआ है, जहां छत्तीसगढ़ दो कारोबारी कोयले का व्यापर करते हैं। कल रायपुर में इनमे से एक के कत्ल के बाद अगला कत्ल कोरबा या रायगढ़ में करने की तैयारी थी।
झारखंड के कुख्यात अपराधी अमन साहू गैंग का यह काम है, और उसने इस वारदात को अधिक पेशेवर तरीके से करने के लिए लॉरेंस बिश्नोई जैसे बड़े गिरोह को इसकी सुपारी दी थी। बता दें कि बीते कुछ सालों के भीतर इस गिरोह के एक शूटर ने झारखंड से छत्तीसगढ़ आकर रायपुर आकर कोयला कारोबारी के कार्यालय के गेट में बैठे गार्ड के ऊपर हवाई फायर करके दहशत पैदा की थी, ताकि जिनसे झारखंड में वसूली करनी है, वे इस गिरोह को गंभीरता से लें। इसके पूर्व भी कोरबा में कोयला कारोबारी के कार्यालय में फायरिंग करके एक अपराधी बाइक पर भागा था। इन दोनों मामलों में पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों को पकड़ लिया था और पूछताछ में खुलासा हुआ था कि अमन साहू गैंग के कहने पर वे हवाई फायरिंग कर कोयला कारोबारी के यहां दहशत फैलाने के लिए आये थे।
तीन शूटर लॉरेंस बिश्नोई के गांव के…
इस मामले में रायपुर के आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी संतोष सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में भाड़े के इन शूटरों को पेश किया, और पूरी साजिश की जानकारी दी। इनमें एक गिरफ्तार झारखंड का है, और बाकी तीन राजस्थान के रहने वाले हैं जिन्हें एक-एक को कई-कई लाख रूपए इन हत्याओं के लिए दिए जा रहे थे। ये सारे के सारे लोग 20 से 31 साल के बीच के हैं, और सभी का पुराने जुर्म का रिकॉर्ड भी है।
झारखण्ड की जेल में बंद है अमन साहू
झारखण्ड से गिरोह चला रहा अमन साहू जितना खूंखार अपराधी है, वैसा वह नजर नहीं आता है। दुबले-पतले से इस युवक ने किशोरावस्था में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था। उसका मुख्य पेशा झारखंड में बड़े कारोबारियों से रंगदारी वसूलना है। अमन साहू इतना निडर है कि वह कारोबारियों के लिए बाकायदा वीडियो सन्देश जारी करता था। उसकी हथियार और नोट पकड़े तस्वीरें भी नेट में वायरल हैं। झारखण्ड के ATS ने दो वर्ष पूर्व अमन साहू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि गिरफ़्तारी के बाद से आधा दर्जन बार उसके जेल बदल दिए गए हैं, क्योंकि वह जिस भी जेल में जाता है वहां से अपने गिरोह का संचालन शुरू कर देता है, वह जेलरों को धमकाता है, और तो और उनसे भी रंगदारी मांगने लगता है।
झारखण्ड में ATS लगातार कर रही कार्रवाई
झारखंड में अपराध पर नियंत्रण को लेकर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। पिछले कुछ दिनों में एटीएस ने कई अपराधियों को सलाखों के अंदर डाला है। पिछले महीने ही अमन साहू गिरोह के दो अपराधियों को पतरातू से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों में राजा अंसारी और मनिंदर कुमार उर्फ मिलावट शामिल हैं। इसके पास से एक रिवॉल्वर व 51 कारतूस बरामद किए गए हैं। अमन के जेल में बंद होने के बावजूद पिछले कुछ सालों से उसके गिरोह के सक्रिय होने और ATS द्वारा कई सदस्यों को गिरफ्तार किये जाने की खबरें आती ही रहती हैं।
कोड वर्ड का इस तरह इस्तेमाल
पुलिस ने बताया कि ये लोग अपने गिरोहों को ऑपरेशन आर्मी, बीएसएफ जैसे अन्य नामों का इस्तेमाल करते हुए वारदातों को अंजाम देते। और पकड़े जाने पर राम-राम या जय श्रीराम, जय माता दी कहकर एक-दूसरे को इत्तला करते थे। इन कोडवर्ड के मायने अलग-अलग हैं। पुलिस ने इनके पास से एक पिस्टल, एक बाइक, गोलियों से भरी मैग्जीन, चार मोबाइल जब्त किया है। पुलिस ने आगे की पूछताछ, और गिरफ्तारियां करने के लिए इन्हें रिमांड पर लिया है।