मध्यप्रदेशराज्य

मोहन सरकार का बड़ा फैसला, मध्य प्रदेश का आठवां टाइगर रिजर्व कहलाएगा रातापानी

भोपाल। टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश में अब एक और टाइगर रिजर्व जुड़ने जा रहा है। अब रातापानी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी टाइगर रिजर्व बनाने को मंजूरी मिल गई है। जी हां रतापानी राइटर रिजर्व को राज्य बोर्ड से मंज़ूरी मिल गई है। इसके लिए पहले केंद्र सरकार पहले ही सैद्धांतिक सहमति दे चुका है। हालांकि इसे लेकर अब जल्द ही नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। आपको बता दें इसे लेकर बीते 16 सालों से इंतजार हो रहा था। जिसके बाद अब टाइगर रिजर्व में एक और नाम जुड़ने जा रहा है। जहां रातापानी को टाइगर रिजर्व बनने जा रहा है। इसके लिए राइटर रिजर्व को राज्य बोर्ड से मंज़ूरी मिली है। आपको बता दें नागपुर के बाद अब भोपाल ऐसा दूसरा बड़ा शहर जहां पर सबसे ज्यादा टाइगर रिजर्व होंगे। आपको बता दें राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाने के लिए 13 साल पहले यानी साल 2011 में ही सैद्धांतिक सहमति दे दी थी, लेकिन अब इसके लिए राज्य स्तरीय वन्य प्राणी बोर्ड से भी अनुमोदन मिल गया है। मोहन सरकार द्वारा इसे मंजूरी दे दी गई है। इसे लेकर जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। रातापानी को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने के बाद अब इस क्षेत्र में पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। इसी के साथ यहां लोगों को रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी। आपको बता दें रातापानी को टाइगर रिजर्व का दर्ज मिलने के बाद अब भोपाल देश की एकमात्र ऐसी राजधानी होगी, जहां टाइगर रिजर्व की सीमा होगी। आंकड़ों के अनुसार भोपाल के शहरी सीमा क्षेत्र में 22 बाघों का मूवमेंट होगा। आपको बता दें एमपी में फिलहाल मंडला जिले में कान्हा टाइगर रिजर्व, छिंदवाड़ा में पेंच टाइगर रिजर्व, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया जिले,पन्ना टाइगर रिजर्व पन्ना, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम में, संजय दुबरी टाइगर रिजर्व सीधी जिले में,रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व सागर, दमोह, नरसिंहपुर जिलों में हैं। इसके बाद अब रातापानी टाइगर रिजर्व भोपाल में बनेगा।

News Desk

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