आक्रामक शैली और विवादित बयान के लिए चर्चित हैं भोजराज नाग; भाजपा ने दिया कांकेर लोकसभा सीट से टिकट
छत्तीसगढ उजाला
![](https://cgujala.in/wp-content/uploads/2024/03/Screenshot_20240304_093357_Amar-Ujala-780x470.jpg)
रायपुर (छत्तीसगढ उजाला)। जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इसमें छत्तीसगढ़ के सभी 11 सीटों में उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतार दिया है। वहीं कांकेर लोकसभा सीट से भोजराज नाग को प्रत्याशी बनाया गया है। भोजराज नाग विवादित बयान के लिए चर्चित हैं। इसके साथ ही आक्रामक शैली के लिए भी जाने जाते हैं। ऐसे ही कई बार विवादित बयान और आक्रामक शैली में नजर आ चुके हैं। इसके साथ ही समाज के लोगों में उनकी काफी मजबूत पकड़ भी है। उन्होंने गांव के सरपंच के रूप में अपनी राजनीति सफर की शुरुआत किए थे, अब उन्हें सांसद के लिए मौका मिला है।
लोकसभा प्रत्याशी भोजराज नाग अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। धरना प्रदर्शन के दौरान आक्रामक शैली में भी नजर आ चुके हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान उन्होंने अपर कलेक्टर और कलेक्टर पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि मैंने कई बार अधिकारियों का भूत उतारा हूं, जनप्रतिनिधि भी हूं, बैगा भी हूं। अधिकारियों का भूत उतार दूंगा। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी विवादित बयान दिया था। सितंबर 2023 में पंखाजूर प्रवास के दौरान भोजराज ने राहुल गांधी का पुतला फूंका था। वहीं उनके खिलाफ विवादित बयान भी दिया था।
ऐसे ही धरना प्रदर्शन के दौरान विवादित बयान और आक्रामक शैली देखने को मिला है। जून 2022 को कांकेर जिले के पखांजूर में किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करने पर उन्हें पुलिस ने हिरासत में भी लिया था। वहीं बीते साल धर्मांतरण के मामले पर नक्सलियों ने भोजराज के नाम से धमकी भरा परचा भी फेका था। नक्सलियों द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस दौरान उन्हें सुरक्षा के घेरे में रखा गया था।
जानें लोकसभा प्रत्याशी भोजराज नाग की राजनीति सफर
कांकेर के अंतागढ़ थाना क्षेत्र से आने वाले भोजराज नाग 2014 में हुए अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा से जीत हासिल कर विधायक बने थे। वे अनुसूचित जनजाति सुरक्षा मंच के संयोजक हैं। पूर्व विधायक भोजराज नाग ने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत साल 1992 में की थी। सबसे पहले अपने गांव हिमोड़ा के सरपंच बने। साल 2000 से 2005 तक जनपद पंचायत अंतागढ़ के अध्यक्ष रहे। 2009 से 2014 तक जिला पंचायत सदस्य भी रहे। वर्तमान समय में भोजराज भाजपा अंतागढ़ के मंडल अध्यक्ष हैं।
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने छत्तीसगढ़ के बस्तर के दोनों लोकसभा सीटों में हिंदुत्व के छवि वाले नेताओं पर अपना दाव खेला है। बस्तर लोकसभा सीट से महेश कश्यप और कांकेर लोकसभा सीट से भोजराज नाग को सांसद प्रत्याशी बनाया गया है। कांकेर लोकसभा सीट से प्रत्याशी भोजराज नाग अंतागढ़ के पूर्व विधायक रह चुके हैं और बस्तर में धर्मांतरण के विरोध में निकली गयी विशाल रैली और आंदोलन के मुख्य नेतृत्वकर्ता भी रह चुके हैं। पेशे से किसान और सरपंच का चुनाव जीतकर राजनीति में शुरुआत करने वाले भोजराज नाग को भाजपा ने टिकट दिया है। इससे पहले इस कांकेर लोकसभा सीट से भाजपा से ही सांसद मोहन मंडावी थे, लेकिन इस बार के चुनाव में भाजपा ने उनका टिकट काटते हुए भोजराज नाग को मौका दिया है।