छत्तीसगढ
*बस्तर पुलिस का नक्सलवाद पर सर्जिकल स्ट्राइक, जान की बाजी लगाकर जवानों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया*
*3 जवान भी घायल, एयर लिफ्ट से भेजे गये इलाज के लिए*
*गृह मंत्री विजय शर्मा बोले, जवानों के साहस के जज्बे को सलाम, कहा जवानों के ताकत के बूते यह हो पाया है*
रायपुर छत्तीसगढ़ उजाला। नक्सलवाद के मोर्चे पर सरकार के आक्रामक रूख का सबसे बड़ा नतीजा आज सामने आया है। कांकेर के छोटे बेटिया के जंगलों में आमने सामने हुई बड़ी लड़ाई में सुरक्षा बलों के जवानों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया। इनमें से कुछ हार्डकोर नक्सली भी शामिल हैं। नक्सल मोर्चे पर पहली बार ऐसा हुआ है कि आमने सामने की लड़ाई में फोर्स नक्सलियों पर पूरी तरह से हावी दिखे और उन्हें संभलने का अवसर ही नहीं दिया। मुठभेड़ में 3 जवान भी घायल हुए हैं जिन्हें बेहतर इलाज के लिए एयर लिफ्ट किया गया है।
गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि कांकेर के दक्षिण में और नारायणपुर के उत्तर में माड़ के एक क्षेत्र में आपरेशन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में नक्सली मारे गये। श्री शर्मा ने कहा कि इसके लिए मैं सुरक्षा बलों के जवानों को श्रेय देना चाहता हूँ। सीआरपीएफ, डीआरजी, सीएफ के जवानों के ताकत के बूते यह हो पाया है। इसके लिए मैं पुलिस अधिकारियों की भी प्रशंसा करता हूँ। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में हम काम कर रहे हैं। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा मार्गदर्शन इसके पीछे हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में भाजपा सरकार आने के बाद नक्सल मोर्चे पर सरकार बिल्कुल एग्रेसिव हो गई है। विजय शर्मा के हाथों गृह मंत्रालय की कमान मिलने के बाद इस संबंध में रणनीतिक बैठकें हुईं। गृह मंत्री अमित शाह भी दिल्ली से पहुंचे और सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से यह है।यह इलाका जहां आपरेशन हुआ, वो माड़ का इलाका है जो नक्सलियों का गढ़ माना जाता है।इनपुट के आधार पर डीआरजी, सीआरपीएफ, सीएफ की संयुक्त टीम निकली और एक बजे के आसपास नक्सलियों से मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में अनेक हार्डकोर नक्सलियों के मरने की खबर आ रही है। इनमें से एक डिविजनल कमेटी का सदस्य भी बताया जा रहा है।
आज हुए इस आपरेशन के बाद जवानों का हौसला बहुत बढ़ गया है। बीते कई हफ्तों से जिस तरह से आक्रामक स्ट्राइक हो रही है नक्सलियों का हौसला गिर गया है। चार महीनों में पुलिस जवानों ने 50 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया था और आज के आपरेशन के बाद इसकी संख्या 80 तक पहुंच गई है।प्रदेश में डबल इंजन की सरकार आने के बाद से नक्सल मोर्चे पर काफी सकारात्मक चीजें दिख रही हैं।
विशेषकर मुख्यमंत्री श्री साय और गृह मंत्री श्री शर्मा को इस बात का श्रेय दिया जा सकता है कि उन्होंने यह समझा कि नक्सलवाद एक ऐसा कैंसर है जिसे जब तक जड़ से न मिटाया जाए, यह उभरता ही है। इसलिए मांद में जाकर कैंप खोले गये और जवानों का हौसला बढ़ाया गया। आज इसके नतीजे जो आये हैं वो बस्तर की शांति और अमन के लिए महत्वपूर्ण हैं।