न्यायधानी में देर रात तक खुले रहते हैं बार-पब पहले बार में हुआ झगड़ा, फिर पार्किंग में की मारपीट, सूचना पर आनन-फानन में पहुंचें पुलिस अधिकारियों ने फटकार लगाई और बंद कराया तंत्रा बार
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। सिविल लाइन क्षेत्र के तंत्रा बार में युवक-युवतियों के बीच मारपीट हो गई। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस को देखते ही हमलावर युवक-युवतियां वहां से फरार हो गए। मारपीट से घायल युवक-युवती की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है। वहीं, देर रात तक बार खुले होने के कारण पुलिस ने मैनेजर और कर्मचारियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है।
सिविल लाइन सीएसपी उमेश गुप्ता ने बताया कि रविवार की रात सूचना मिली कि कुछ युवक-युवतियों के बीच तंत्रा बार की पार्किंग में मारपीट हो रही है। सूचना पर गश्त पर निकले अधिकारी तत्काल वहां पहुंच गए। पुलिस को देखते ही हमलावर युवक-युवतियां वहां से भाग निकले। अधिकारियों ने मारपीट से घायल युवक और युवती को थाने भेजा। पुलिस की टीम जब बार पहुंची तो वहां पर अन्य युवक और युवतियां नशे में डांस कर रहे थे। वहीं, युवक-युवतियों को शराब परोसा जा रहा था। गश्त पर निकले कोनी टीआइ गोपाल सतपथी ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। इस पर डीएसपी मंजुलता बाज, सीएसपी उमेश गुप्ता, सिविल लाइन थाना प्रभारी गौरव ठाकुर, तोरवा थाना प्रभारी राहुल तिवारी तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने बार मैनेजर को फटकार लगाई। पुलिस ने बार के मैनेजर और मौजूद कर्मचारियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है।
मारपीट से घायल युवक और युवती ने बताया कि पहले धक्का लगने की बात को लेकर बार में उनका झगड़ा हुआ। इस दौरान सात-आठ युवक-युवतियों ने उनसे धक्का-मुक्की की। इसके बाद वे बार से निकलकर पार्किंग में आ गए। यहां पर भी युवक और युवतियों ने आकर उनसे विवाद किया। साथ ही मारपीट और छेड़खानी भी की। इसी बीच पुलिस वहां पर पहुंच गई। पुलिस को देखते ही हमला करने वाले भाग निकले। शहर के कई बार और पब देर रात तक खुले रहते हैं। इसके कारण कई बार विवाद और मारपीट की स्थिति बनती है। कई बार से पिछले दरवाजे से पूरी रात शराब की सप्लाई की जाती है। बार के बार नशेड़ियों की भीड़ लगी रहती है। इसके बाद भी पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं की जाती। इसके कारण इनके हौसले बुलंद है। मारपीट और विवाद की स्थिति बनने पर ही पुलिस मौके पर पहुंचती है। कड़ी कार्रवाई नहीं होने के कारण इस पर रोक नहीं लगाई जा सकी है।