मुम्बई । भारतीय क्रिकेट टीम के युवा स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने टी20 विश्व कप में अपनी सफलता का राज बताया है। अक्षर ने कहा कि टेनिस बॉल क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अनुभवों से उन्हें टी20 विश्वकप फाइनल में दबाव का सामना करने में सहायता मिली। अक्षर ने इस टूर्नामेंट में बल्लेबाजी, गेंदबाजी के साथ ही क्षेत्ररक्षण में भी अहम भूमिका निभाई। उन्होंने इस टूर्नामेंट में कठिन अवसरों पर टीम को संभालने का काम किया। फाइनल में जहां उन्होंने शानदार पारी खेली वहीं सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ अच्छी गेंदबाजी की जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सुपर 8 में शानदार क्षेत्ररक्षण करते हुए एक कैच से मैच बदल दिया।
अब जबकि रवींद्र जडेजा ने टी20 प्रारूप को अलविदा कह दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अक्षर को उनके विकल्प के तौर पर सामने आ सकते हैं।
अक्षर ने कहा, टेनिस बॉल क्रिकेट खेलने से मेरी शॉट खेलने की क्षमता पर बेहतर हुई क्योंकि उस प्रारूप में आप लगभग हर गेंद पर छक्का या चौका लगा सकते हैं, खासकर 10-12 ओवर के छोटे मैचों में। इसने मेरा शॉट चयन भी बेहतर हुआ। शुरुआत में मैं मुख्य रूप से लेग साइड में गेंद मारता था। हालांकि जब मैंने सीजन बॉल क्रिकेट में बदलाव किया, तो मुझे हर गेंद पर सिर्फ स्लॉग करने के बजाय स्विंग के साथ खेलने के महत्व का एहसास हुआ। मैंने अपने हिटिंग क्षेत्रों का विस्तार करने पर काम किया, सीधे खेलने पर ध्यान केंद्रित किया और क्रॉस-बैटेड शॉट्स से परहेज किया।
अक्षर को खेल के ग्रुप चरणों में न्यूयॉर्क पिच पर पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा गया था। हालांकि, उस खेल में अक्षर ने कोई बड़ी पारी नहीं खेली पर अचानक हुए इस बदलाव ने उन्हें टूर्नामेंट में किसी भी चीज का सामना करने के लिए तैयार कर दिया।